Anant Samagam: 26 अक्टूबर से होगा सांस्कृतिक उत्सव का आगाज, नॉर्थ ईस्ट और केरल पर होगा फोकस
punjabkesari.in Monday, Oct 14, 2024 - 06:22 PM (IST)
नेशनल डेस्क : दिवाली के त्योहार में बस कुछ ही दिन बचे हैं, और इस त्योहारी सीजन में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कई कार्यक्रम आयोजित होने वाले हैं। इन्हीं में से एक है 'अनंत समागम', जो दिल्ली के त्रावणकोर पैलेस में 26 और 27 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा। इस दो दिवसीय उत्सव का उद्देश्य भारत की विविध संस्कृतियों को एक मंच पर लाना है। खासतौर से उत्तर-पूर्वी भारत और केरल की संस्कृतियों को एक साथ प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।
आलेख फाउंडेशन द्वारा आयोजित कर रही आयोजन
आलेख फाउंडेशन और अनंत समागम की संस्थापक, रेनी जॉय ने बताया कि इस आयोजन को आलेख फाउंडेशन द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करना और युवाओं को अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्यक्रम में लगभग 5,000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है, जिनमें से 2,000 लोग रॉक कॉन्सर्ट में और 2,000 से अधिक लोग एग्ज़ीबिशन, फैशन शो और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
इस महोत्सव का एक प्रमुख आकर्षण दोनों राज्यों का पारंपरिक खान-पान होगा, जिसमें उत्तर-पूर्व और केरल के व्यंजन शामिल होंगे। इसके अलावा, संगीत प्रेमियों के लिए रॉक कॉन्सर्ट में के-पॉप आइकन Aoora, मलयालम रॉक बैंड 'द म्यूजिकल ट्राइबल वॉरियर बैंड' और एंथ्रॉलिंग मलयालम पॉप सिंगर बैंड भी परफॉर्म करेंगे।
केरल और उत्तर-पूर्व के प्रमुख डिजाइनर भाग लेंगे
रेनी जॉय ने बताया कि दो दिवसीय फैशन शो में केरल और उत्तर-पूर्व के प्रमुख डिजाइनर भाग लेंगे, जिनमें लीजा वर्मा (लीड फैशन डायरेक्टर), सोनम दुबल, डेनियल सिएम, श्रीजीत जीवन, तारा भुइयां, शालिनी जेम्स, बांबी केविचुसा, जाह्नबी फूकन और अरात्रिक देव वर्मन जैसे प्रसिद्ध नाम शामिल हैं। इसके अलावा, 26 अक्टूबर को कलीनरी पॉप-अप के नाम से एक फूड फेस्टिवल का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें प्रसिद्ध शेफ राकेश रघुनाथन, जो मास्टरशेफ इंडिया के जज भी रह चुके हैं, साउथ इंडियन व्यंजनों की कहानियाँ और इतिहास साझा करेंगे। इस पॉप-अप इवेंट में नॉर्थ ईस्ट और केरल के व्यंजनों का फ्यूजन भी देखने को मिलेगा।
संस्कृति और विरासत को सामने लाना
रेनी जॉय ने बताया कि 'अनंत समागम' के पीछे मुख्य विचार भारत की संस्कृति और विरासत के मूल्यों को सामने लाना है। उनका मानना है कि जब दो राज्य अपने खान-पान, संगीत और संस्कृति के साथ सामने आते हैं, तो यह किसी भी देश और समाज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होता है। इससे युवाओं में विविधता में एकता की भावना उत्पन्न होती है। इस कार्यक्रम को न सिर्फ नार्थ ईस्ट और केरल के कलाकारों का साथ मिल रहा है बल्कि कई सरकारी संगठनों का भी साथ मिल रहा है जैसे- मिनिस्ट्री ऑफ टेक्सटाइल्स, इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर द आर्ट्स (मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर, गवर्मेंट ऑफ इंडिया) और नागालैंड टूरिज्म का साथ मिला है।