आनंदपाल के दाह संस्कार को लेकर सरकार सक्रिय
punjabkesari.in Thursday, Jul 13, 2017 - 02:16 PM (IST)

जयपुर: राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि पुलिस मुठभेड में मारे गए कुख्यात अपराधी आनंदपाल के दाह संस्कार के संबंध में राज्य सरकार ने आज एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को उसके परिजनों को समझाईश के लिए भेजा है। कटारिया ने कहा कि मानवाधिकार आयोग द्वारा चौबीस घंटे के भीतर दाह संस्कार करने के आदेश की प्रति के साथ एक पुलिस अधिकारी को सावंराद भेजा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वय भी चाहती है कि आनंदपाल का दाह संस्कार उसके परिजनों द्वारा ही किया जाए लेकिन इसके बावजूद परिजन सहमत नहीं हुये तो राज्य सरकार इस संबंध में उचित कदम उठा कल अंतिम संस्कार कर सकती है।
आनंदपाल के अंतिम संस्कार के संबंध में मानवाधिकार आयोग के आदेशों के तहत श्री कटारिया ने आज भी गृह सचिव, प्रमुख सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक मनोज भट्ट सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से चर्चा की। उल्लेखनीय है कि आनन्दपाल के अंतिम संस्कार को लेकर राज्य मानवाधिकार आयोग ने कल राज्य सरकार को 24 घंटे के भीतर उसका अंतिम संस्कार कराने के आदेश दिये है। आदेश में कहा है कि परिवार वाले अंतिम संस्कार नहीं कराएं, तो सरकार अपनी जिमेदारी निभाए। आयोग की ओर से कल आदेश की कॉपी मुख्य सचिव एवं प्रमुख गृह सचिव को देकर 20 जुलाई तक पालना रिपोर्ट मांगी है।
आयोग अध्यक्ष प्रकाश टाटिया ने स्वप्रेरणा से दर्ज प्रकरण में यह आदेश देते हुए कहा कि अंतिम क्रिया के अतिरिक्त अन्य किसी भी कार्य के लिए मृत शरीर को रखा नहीं जा सकता, क्योंकि मानव शरीर कोई बाजार में बिकने वाली वस्तु नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस तरह जीवित व्यक्ति को बंधक नहीं बनाया जा सकता, उसी तरह मृत का तत्काल अंतिम संस्कार नहीं करना व उसे कब्जे में रखना कानूनन, सामाजिक मान्यता व शालीनता के खिलाफ है। मृत शरीर से दुर्गंध के साथ ही चमड़ी उतरने लगी थी फिर भी अंतिम संस्कार नहीं करा रहे है तो यह सरकार का दायित्व है।
गौरतलब है कि गत 24 जून को पुलिस मुठभेड़ में मारे गए आनंदपाल सिंह का अंतिम संस्कार अब तक नहीं किया गया है। सरकार की ओर से दो बार पोस्टमार्टम कराया गया है लेकिन परिजन मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर पैतृक निवास के बाहर शव को रखे हए है।