अमित शाह ने हनुमान के कष्टभंजन मंदिर में की पूजा, यहां बजरंगबली के चरणों में नारी रूप में हैं शनि देव

punjabkesari.in Monday, Nov 01, 2021 - 04:38 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज बोटाद जिले के सारंगपुर स्थित विश्व प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की। अपने गृह राज्य गुजरात के दौरे पर सोमवार को आए शाह, जो गांधीनगर के लोकसभा सांसद भी हैं, ने सारंगपुर के जिस श्री कष्टभंजन देव मंदिर में पूजा अर्चना की, उसके बारे में यह दावा किया जाता है कि वहां आने वालों की प्रेत बाधा हनुमान जी की विशेष शैली वाली प्रतिमा के दर्शन मात्र से दूर हो जाती है। इस मंदिर में विशेष रूप से हर शनिवार को श्रद्धालुओं की बहुत भारी भीड़ जुटती है। शाह ने मंदिर के गर्भगृह में जाकर हनुमान जी की विधिवत पूजा अर्चना की। स्वामीनारायण सम्प्रदाय के इस प्रमुख मंदिरों में से एक में नियमित तौर पर दर्शन करने वालों में सुपर स्टार अमिताभ बच्चन, अभिनेता गोविन्दा के अलावा कई नामी गिरामी हस्तियां शामिल हैं।

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सारंगपुर अहमदाबाद से करीब 140 किमी और भावनगर से लगभग 80 किमी दूर स्थित है। प्रेत बाधा मुक्ति के लिए जाने जाने वाले इस मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट में भी दावा किया गया है कि इसमें हनुमान जी की छवि इस प्रकार की है कि इसके दर्शन मात्र से प्रेत बाधा और अन्य बुरी आत्माओं से तुरंत मुक्ति मिल जाती है। शाह ने आज अपने संसदीय क्षेत्र गांधीनगर में 44 किमी लम्बे सरखेज-गांधीनगर- चिलोडा हाईवे पर अहमदाबाद के गोता फ्लाईओवर और सायन्स सिटी फ्लाईओवर के बीच करीब 2.36 किमी लम्बे उठे हुए (एलिवेटेड) कोरिडोर का उद्घाटन किया। इसे 170 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है। शाह ने कल केवड़िया में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के निकट आयोजित एकता दिवस परेड में शिरकत की थी तथा अमूल डेयरी के भी एक कार्यक्रम में शिरकत की थी।

 

यहां नारी रूप में विराजित हैं शनि देव
पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार धरती पर शनि देव प्रकोप कुछ ज्यादा ही बढ़ गया था। शनि देव की बुरी दृष्टि से मानव तो मानव देवता भी बहुत परेशान हो गए थे। शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए सभी ने महाबली हनुमान को याद किया और उनसे रक्षा की गुहार लगाई। भक्तों की गुहार पर हनुमान जी शनि को सजा देने के लिए निकल पड़े। जब शनि देव को पता चला कि हनुमान जी आ रहे हों तो उनके गुस्से से बचने के लिए शनि देव ने नारी का रूप धारण कर लिया।

 

हनुमान जी ब्रह्मचारी हैं और वे किसी स्त्री पर हाथ नहीं उठाते और न ही बुरा बर्ताव करते हैं। बस यही सोच कर शनि देव ने हनुमान जी से बचने के लिए नारी का रूप धारण किया। नारी रूप धारे हुए शनि देव ने हनुमान से उनके चरणों में शरण मांग ली। हनुमान जी को इस बात की जानकारी हो गई थी शनि देव ही स्त्री का रूप धारण किए हुए हैं। इसके बावजूद हनुमान जी ने शनि देव को नारी रूप में माफ कर दिया। इसके बाद शनि देव ने भी सभी से अपना प्रकोप हटा लिया। इस मंदिर में आज भी शनि देव हनुमान जी के चरणों में नारी रूप में विराजित हैं। मान्यता है कि जो भी यहां हनुमान जी के दर्शन करते हैं उस पर से शनि का प्रकोप नहीं होता।


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Content Writer

Seema Sharma

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