कर्नाटक विधानसभा चुनाव: सभी दलों ने झोंकी अपनी ताकत

punjabkesari.in Monday, May 07, 2018 - 04:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कर्नाटक विधान सभा के 12 मई को होने वाले चुनाव को लेकर जबरदस्त खींचातानी चल रही है। चुनाव प्रचार के आखिरी चरण में सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बेंगलुरु शहर के 28 निर्वाचन क्षेत्रों में से 27 में सभी दलों के उम्मीदवार अपने भाग्य को चमकाने के लिए पूरी ताकत से चुनावी मैदान में डटे हुए हैं। जिन दिग्गज उम्मीदवारों की नजरें मतदाताओं को लुभाने में लगी हैं, उनमें कैबिनेट मंत्री रामलिंगा रैडी, रौशन बेग, के. जे. जॉर्ज और कृष्णा बायर गौडा शामिल हैं।

दांव पर लगी वरिष्ठ नेताओं की किस्मत 
शहरी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के अलावा जनता दल (सेक्युलर) के वासुदेव मूर्ति और मौजूदा विधायक अरविंद लिम्बावली, एस. आर. विश्वनाथ, वाई. ए. नारायणस्वामी और वरिष्ठ नेता कत्ता सुब्रमण्या नायडू की किस्मत भी दांव पर लगी हुई है। वर्ष 2013 में जद (से) के उम्मीदवार के तौर पर श्री मूर्ति मैदान में थे लेकिन उन्हें हरीस ने परास्त कर दिया था, जबकि भाजपा का प्रत्याशी तीसरे पायदान पर रहा था। हरीश ने यहां से लगातार दो बार चुनाव जीता। 2013 में कांग्रेस की जबरदस्त लहर के दौरान भाजपा सिर्फ 12 सीट पर हाथ साफ कर सकी थी, जबकि कांग्रेस को 13 और जद (से) को सिर्फ तीन पर जीत हासिल हो सकी थी। 

महिलाओं की सुरक्षा रहा मुख्य मुद्दा
भाजपा सांसद राजीव चंद्रशेखर के अनुसार इस बार बेंगलुरु में हम 15 से 20 सीटे जीतेंगे। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर पिछले पांच साल के दौरान शहर को पूरी तरह उपेक्षित करने की भी आरोप लगाया। शहर में बुनियादी ढांचा, यातायात जाम, झील की पूरी तरह उपेक्षा, कूडा-करकट का अंबार और बढते प्रदूषण की चिंता पहली नजर में महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। इसके अलावा, महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा भी चर्चा का विषय है। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि उनके शासन के दौरान बेंगलुरु में कूड़े का अंबार लगा। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए कहा किमोदी ने अपने भाषण के जरिए बेंगलुरु की जनता का सिर्फ अपमान किया। 

कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर लगाए आरोप 
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा की ओर से दोषारोपण के बजाय कांग्रेस की सिद्दारामैया सरकार है जिसकी वजह से बेंगलुरु शहर की‘गरिमा’ बहाल हुई है। कई अन्य कांग्रेसी नेताओं ने भी आरोप लगाए हैं कि भाजपा ने पिछले कुछ वर्षाें से बेंगलुरु के विकास में रुकावटें डाली हैं। हेब्बल क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के रूप में वाई. ए. नारायणस्वामी मैदान में है। शिवाजीनगर में रोशन बेग के खिलाफ एक अन्य वरिष्ठ नेता कट्टा सुब्रमण्या नायडू भी किस्मत आजमा रहे हैं महादेवापुरा से भाजपा के एक कार्यकर्ता का कहना है कि पिछले कुछ बरसों के दौरान ज्यादा संखय में नए लोगों की आबादी यहां बस गयी है, इसलिए मतदाता की संख्या बढ़कर 3.80 लाख तक पहुंच चुकी है।  

निर्वाचन क्षेत्रों में बनाई खास रणनीति
स्थानीय निवासियों के अनुसार, यलाहांका से मौजूदा भाजपा विधायक एस. आर, विश्वनाथ अपने पार्टी के साथ अच्छा तालमेल रखते हैं और उनका प्रवासी कर्मचारियों में बीच भी पैठ है। इस बीच, बेंगलुरु शहर में भाजपा नए बसे लोगों में भी लुभाने में लगी है। चुनावी रणनीति के तहत, केसरिया समर्थक यलाहांका, महादेवपुरा और सी वी रमण नगर सहित बडी संख्या में आईटी कंपनियों के लोगों और शहर के दूसरे ‘नवागंतुकों’ को रिझाने में जुटे हैं। ऐसे कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में खास चुनावी रणनीति बनाई गई है। इस निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा चुनाव प्रभारी कहते हैं कि अब सूचना प्रोद्यौगिकों का बड़ा हब बन चुका है। यह रह रहे लोगों की जरूरतें बाहरी लोगों की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबत करनी जरूरी है। 
 


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vasudha

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