केजरीवाल की गिरफ्तारी का लोस चुनाव में कोई असर नहीं, विधानसभा में भी कमल खिलेगा: बांसुरी स्वराज

punjabkesari.in Friday, Apr 12, 2024 - 07:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क: नई दिल्ली लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार बांसुरी स्वराज ने शुक्रवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि शहर का ‘वास्तु शास्त्र' उनकी पार्टी के पक्ष में है और 2025 के विधानसभा चुनाव में भी ‘कमल' ही खिलेगा। भाजपा की दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने एक बातचीत में केजरीवाल पर गिरफ्तारी का चुनावी लाभ उठाने के लिए ‘योजनाबद्ध' तरीके से सहानुभूति बटोरने के प्रयास का आरोप लगाया।

अबकी बार 400 पार
दिल्ली के मुख्यमंत्री कथित आबकारी घोटाले से जुड़े धनशोधन के एक मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं। उन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। बांसुरी ने कहा, ‘‘आप 2025 में देखेंगे कि दिल्ली में कमल खिलेगा। चुनावों पर केवल एक (केजरीवाल की गिरफ्तारी का) प्रभाव पड़ेगा- अबकी बार 400 पार, फिर एक बार मोदी सरकार।'' आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर लोकसभा चुनाव से पहले इसे खत्म करने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। उच्च न्यायालय के हालिया आदेश का हवाला देते हुए स्वराज ने कहा कि केजरीवाल बहुत मंजे हुए नेता हैं।

उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री जानते थे कि चुनाव नजदीक हैं इसलिए उन्होंने इस स्थिति (चुनाव से पहले गिरफ्तारी) को चुना। उन्होंने कहा कि सहानुभूति का झूठा विमर्श गढ़ने के लिए केजरीवाल ने गिरफ्तार होने का वह समय चुना। बांसुरी स्वराज आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। यह उनका पहला चुनाव हैं। पार्टी ने दो बार की सांसद और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी का टिकट काटकर उन्हें मैदान में उतारा है।

2025 में दिल्ली की सत्ता में आएगी बीजेपी 
भाजपा नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय राजधानी की सत्ता में आएगी और इससे पिछले दो विधानसभा चुनावों में केजरीवाल नीत आप की लगातार दो जीत का सिलसिला खत्म हो जाएगा। वर्ष 2025 के विधानसभा चुनावों के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘आप 25 का वास्तु देखिएगा। मैं आपको बता रही हूं कि दिल्ली में लोग मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार से बहुत तंग आ चुके हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘एक तरफ उन्होंने (केजरीवाल ने) अपने बच्चों की कसम खाई कि वह कांग्रेस के साथ कभी गठबंधन नहीं करेंगे, लेकिन उन्होंने 180 डिग्री यू-टर्न ले लिया और कांग्रेस के सहयोगी बन गए हैं। यह दिखाता है कि उनके बच्चों का कोई मूल्य नहीं है।

उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार में लिप्त है और इससे मुख्यमंत्री की विश्वसनीयता धूमिल हुई है। आप और कांग्रेस ‘इंडिया' गठबंधन के सदस्य हैं। आप ने जहां चार सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं वहीं कांग्रेस ने तीन सीट पर। दिल्ली में लोकसभा की कुल सात सीट है। भाजपा दो दशक से अधिक समय से दिल्ली की सत्ता से बाहर है। पार्टी ने आखिरी बार 1998 में राष्ट्रीय राजधानी में अपनी सरकार बनाई थी और सुषमा स्वराज मुख्यमंत्री बनी थीं।

 


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Content Editor

rajesh kumar

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