अकाल तख्त के जत्थेदार ने एस.जी.पी.सी. से की तीन खालिस्तानी आतंकवादियों की स्वर्ण मंदिर संग्रहालय में तस्वीरें लगाने की मांग

punjabkesari.in Tuesday, Jul 16, 2024 - 09:04 AM (IST)

नेशनल डेस्क: अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एस.जी.पी.सी.) से स्वर्ण मंदिर परिसर के केंद्रीय सिख संग्रहालय में तीन खालिस्तानी आंतकवादियों की तस्वीरें लगाने का आह्वान किया है। हरदीप सिंह निज्जर, परमजीत सिंह पंजवार और गजिंदर सिंह को सिख समुदाय का शहीद करार देते हुए अकाल तख्त के जत्थेदार ने एस.जी.पी.सी. से इन तीनों की तस्वीरें संग्रहालय में लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि एस.जी.पी.सी. को सिख समुदाय के प्रति तीनों के बलिदान एवं योगदान को ध्यान में रखते हुए उनकी तस्वीरें लगानी चाहिए।

20 अति वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल था गजिंदर
दल खालसा का संस्थापक गजिंदर सिंह 1981 में लाहौर में भारतीय विमानन कंपनी के विमान का अपहरण करने के पांच आरोपियों में एक था। पाकिस्तान में हाल में 74 साल की उम्र में कथित रूप से दिल का दौरा पड़ने से उसकी मृत्यु हो गयी थी। भारत ने 2002 में 20 अति वांछित आतंकवादियों की सूची में गजिंदर का नाम भी शामिल किया था।

निज्जर की  2023 में कनाडा में हुई थी हत्या
खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून, 2023 को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में गुरु नानक सिख गुरुद्वारा के बाहर हत्या कर दी गयी। भारत में जन्मा निज्जर 1990 के दशक के मध्य में कनाडा चला गया था। पिछले साल सितंबर में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट की संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया था और तब भारत और कनाडा के बीच रिश्ते में खटास आ गयी थी।
भारत ने ट्रूडो के आरोप को बेबुनियाद करार दिया था। परमजीत सिंह पंजवड़ (63) पिछले साल पाकिस्तान में मारा गया था।  पंजवड़  प्रतिबंधित खालिस्तान कमांडो फोर्स- पंजावर समूह का प्रमुख था। भारत ने जुलाई, 2020 में जब उसे अवैध गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत आतंकवादी करार दिया था तब वह मादक पदार्थों एवं हथियारों की तस्करी तथा अन्य आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त था।


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Content Editor

Mahima

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