दिल्ली में वायु गुणवत्ता और बिगड़ी, ग्रेप-3 के तहत नए प्रतिबंध हुए लागू
punjabkesari.in Friday, Nov 15, 2024 - 08:56 AM (IST)
नेशनल डेस्क। दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP)-3 की पाबंदियां आज सुबह आठ बजे से लागू कर दी गईं हैं। इसके तहत दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 424 तक पहुंच चुका है, जो बेहद खतरनाक स्थिति को दर्शाता है।
क्या है GRAP-3?
GRAP का मतलब ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान है, जो दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा बनाया गया एक योजना है। इसमें प्रदूषण बढ़ने के साथ पाबंदियां भी बढ़ती जाती हैं, ताकि प्रदूषण का स्तर कम किया जा सके।
मुख्य पाबंदियां
धूल उगलने वाली सभी निर्माण और ध्वस्तीकरण गतिविधियां बंद कर दी जाएंगी। इसमें बोरिंग, खुदाई, पाइलिंग, सीवर लाइन के निर्माण, सड़क मरम्मत और गैस-कटिंग जैसे काम शामिल हैं।
वाहन प्रतिबंध
दिल्ली में बीएस-3 और बीएस-4 वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है, जिससे करीब 5 लाख गाड़ियों के पहिये थम जाएंगे। केवल बीएस-6 डीजल बस, इलेक्ट्रिक और सीएनजी वाहन दिल्ली में चल सकेंगे। अंतरराज्यीय बसों और दिल्ली में आने वाले बीएस-3 और बीएस-4 गाड़ियों को प्रवेश नहीं मिलेगा।
स्कूलों में बदलाव
दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी ने कक्षा 5 तक के स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया। इसके अलावा, कक्षाएं ऑनलाइन मोड में चलाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि बच्चों का पढ़ाई में नुकसान न हो।
स्कूलों में बाहरी गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है और बच्चों को मास्क पहनने की सलाह दी गई है।
दिल्ली मेट्रो ने बढ़ाए फेरे
मेट्रो यात्रियों को राहत देने के लिए दिल्ली मेट्रो ने 20 अतिरिक्त फेरे लगाए हैं। इससे पीक आवर्स में यात्रियों को भीड़-भाड़ से राहत मिलेगी।
प्रदूषण का असर
दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 424 तक पहुंच चुका है, जो बेहद खतरनाक माना जाता है। इस स्तर पर हवा में जहर जैसी स्थिति हो जाती है, जो श्वसन संबंधी बीमारियों को बढ़ा सकता है। दिल्ली दुनिया के प्रदूषित शहरों में दूसरे नंबर पर है। पहले स्थान पर पाकिस्तान का लाहौर है। इसके अलावा, चंडीगढ़ (412), गाजियाबाद (356), हापुड़ (348), और नोएडा (347) में भी प्रदूषण का स्तर उच्चतम सीमा पर पहुंच गया है।
उड़ानों पर भी असर
धुंध के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन प्रभावित हुआ। फ्लाइट रडार 24 के डेटा के अनुसार, 88% प्रस्थान वाली और 54% आगमन वाली उड़ानें देर से संचालित हुईं। दिल्ली के आसपास के इलाकों में, जैसे आगरा और अमृतसर, भी धुंध छाई रही और ताजमहल और स्वर्ण मंदिर भी धुंध में ढक गए।
GRAP के चरण
GRAP के तहत प्रदूषण बढ़ने के साथ पाबंदियां भी कड़ी होती जाती हैं। जैसे ही प्रदूषण का स्तर बढ़ता है, GRAP के तहत एक्शन भी मजबूत होते जाते हैं। GRAP के चार चरण होते हैं:
चरण 1 (ग्रेप-1): सामान्य प्रदूषण स्तर, इसमें कुछ हल्की पाबंदियां लागू होती हैं।
चरण 2 (ग्रेप-2): प्रदूषण स्तर बढ़ने पर और कड़ी पाबंदियां लगाई जाती हैं।
चरण 3 (ग्रेप-3): जब प्रदूषण बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तो सबसे कड़ी पाबंदियां लगाई जाती हैं, जैसे कि निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध और वाहन प्रतिबंध।
चरण 4 (ग्रेप-4): यदि प्रदूषण बहुत अधिक बढ़ जाता है तो और भी कड़े कदम उठाए जाते हैं, जैसे कि कुछ खास क्षेत्रों में पूरी तरह से बंदी लागू करना।