AIIMS की रिसर्च में बड़ा दावा- Oral health और Cancer का सीधा कनेक्शन! जानें कैसे बचें

punjabkesari.in Friday, Jul 18, 2025 - 04:29 PM (IST)

नेशनल डेस्क: डॉक्टर और माता- पिता द्वारा बचपन से ही बच्चों को दिन में दो बार ब्रश करने की सलाह दी जाती है। अच्छे दांत एक मुस्कान के साथ पूरे शरीर के स्वास्थ्य के लिए बेहद ज़रूरी है। हाल ही में AIIMS दिल्ली के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक रिसर्च ने इस बात को और भी पुख़्ता कर दिया है। रिसर्च के अनुसार यदि आप अपनी ओरल हेल्थ का सही ढंग से ध्यान नहीं रखते हैं, तो आपको कैंसर सहित कई गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं। अच्छी ओरल हेल्थ इन सभी बीमारियों के ख़तरे को काफ़ी कम कर देती है।

'द लैंसेट रीजनल हेल्थ, साउथईस्ट एशिया' में छपा शोध

'द लैंसेट रीजनल हेल्थ, साउथईस्ट एशिया' में छपी  रिसर्च में बताया गया है कि मुँह की सही देखभाल न करने से कई गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं। इस रिसर्च में साफ तौर पर यह भी कहा गया है कि दाँतों और मसूड़ों की सफ़ाई रोज़ाना करना बेहद ज़रूरी है।

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क्यों ज़रूरी है ओरल हेल्थ?

रिसर्च में बताया गया है कि अपने दाँतों और मसूड़ों की देखभाल करने का मतलब सिर्फ़ कैविटी या साँसों की बदबू से बचना नहीं है। अच्छी ओरल हेल्थ आपके ओवरऑल हेल्थ को सीधे प्रभावित करती है। यह आपके शरीर के स्वास्थ्य से गहराई से जुड़ी है और कई गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम्स के ख़तरे को कम करने में मदद कर सकती है। इनमें कैंसर, दिल की बीमारी, डायबिटीज (मधुमेह), प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली मुश्किलें और यहाँ तक कि अल्ज़ाइमर रोग जैसी जानलेवा बीमारियाँ भी शामिल हैं। इससे यह साफ़ होता है कि ओरल हेल्थ अच्छी बनाए रखना जितना लोग समझते हैं, उससे कहीं ज़्यादा ज़रूरी है।

ओरल हेल्थ और कैंसर का कनेक्शन

AIIMS दिल्ली के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक शंकर और डॉ. वैभव साहनी के अनुसार ख़राब ओरल हाइजीन का कैंसर ख़ासकर सिर और गर्दन के कैंसर से गहरा कनेक्शन है। मुँह में Porphyromonas gingivalis और Prevotella intermedia जैसे हानिकारक बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जो कैंसर होने की संभावना को बढ़ा देते हैं।

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रेडियोथेरेपी और ओरल हेल्थ

रिसर्च में सिर और गर्दन के कैंसर के लिए रेडियोथेरेपी करवा रहे मरीज़ों के बारे में भी बात की गई। इसमें पाया गया कि रेडियोथेरेपी (RT) मुँह में बैक्टीरिया के संतुलन को बिगाड़ सकती है। गुड बैक्टीरिया कम हो जाते हैं जबकि हानिकारक बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं, जिससे ट्रीटमेंट के बाद मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

विशेषज्ञों ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि रेडियोथेरेपी से पहले, उसके दौरान और बाद में सही तरह से ओरल हेल्थ बनाए रखना बहुत ज़रूरी है। ऐसा करने से ट्रीटमेंट के नतीजे बेहतर हो सकते हैं और तेज़ी से ठीक होने में मदद मिल सकती है।

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ओरल हेल्थ का ध्यान कैसे रखें?

ओरल हेल्थ को अच्छा बनाए रखना आसान है, लेकिन इसके लिए नियमित देखभाल की ज़रूरत होती है। अपने दाँतों और मसूड़ों को हेल्दी रखने के लिए आप ये आसान स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं:

  1. दिन में दो बार ब्रश करें: सुबह और सोने से पहले सॉफ़्ट ब्रिसल वाले टूथब्रश और फ़्लोराइड टूथपेस्ट से अपने दाँतों को ब्रश करें।
  2. सही तकनीक का इस्तेमाल करें: ब्रश को धीरे-धीरे गोल-गोल घुमाएँ। ज़ोर से ब्रश करने से बचें, क्योंकि इससे मसूड़ों और इनेमल को नुक़सान हो सकता है।
  3. रोज़ाना फ़्लॉस करें: फ़्लॉसिंग दाँतों के बीच और मसूड़ों के नीचे के उन हिस्सों को साफ़ करने में मदद करता है जहाँ टूथब्रश नहीं पहुँच पाता।
  4. माउथवॉश का इस्तेमाल करें: एक एंटीबैक्टीरियल माउथवॉश कीटाणुओं को मारने, मुँह को फ़्रेश रखने और प्लाक व मसूड़ों की सूजन को कम करने में मदद करता है।
  5. हेल्दी डाइट लें: मीठे स्नैक्स और मीठी ड्रिंक्स को सीमित मात्रा में खाएँ। मज़बूत दाँतों और हड्डियों के लिए कैल्शियम से भरपूर फ़ूड्स जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स, पत्तेदार सब्ज़ियाँ और नट्स शामिल करें।
  6. खूब पानी पिएँ: पानी भोजन के कणों को धोने में मदद करता है और मुँह को हाइड्रेटेड रखता है, जो लार के उत्पादन के लिए ज़रूरी है।
  7. अपने टूथब्रश को नियमित रूप से बदलें: हर 3-4 महीने में या अगर ब्रिसल्स घिस गए हैं, तो उससे पहले भी टूथब्रश बदलें।
  8. तंबाकू से बचें: धूम्रपान या तंबाकू चबाने से मसूड़ों की बीमारी, मुँह के कैंसर और साँसों की बदबू का ख़तरा बढ़ जाता है।
  9. नियमित रूप से डेंटिस्ट के पास जाएँ: हर 6 महीने में अपने दाँतों का चेकअप करवाएँ। इससे बीमारियों का जल्दी पता लगाने और आपके मुँह को हेल्दी रखने में मदद मिलती है।

 


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News Editor

Radhika

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