Found huge gold: धरती के अंदर मिला 1.3 मील लंबा सोने का विशाल भंडार - रातों-रात बदल जाएगी इस देश की तक़दीर
punjabkesari.in Monday, Sep 08, 2025 - 09:04 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: उत्तरी स्वीडन के आइडा क्षेत्र में वैज्ञानिकों को धरती की गहराइयों में 1.3 मील लंबा सोने का विशाल भंडार मिला है, जो यूरोप में सोने की खोज के इतिहास में एक नई क्रांति लेकर आ सकता है। यह छोटा सा इलाका अब रातों-रात मालामाल होने की संभावना लिए खड़ा है, जिससे न केवल स्थानीय बल्कि पूरे स्कैंडिनेविया की खनिज संपदा पर गहरा असर पड़ेगा। यह क्षेत्र यूरोप के प्रसिद्ध 'गोल्ड लाइन बेल्ट' का हिस्सा है, जिसे पहले से खनिजों की संभावनाओं के लिए जाना जाता रहा है। लेकिन इस खोज ने इसकी महत्ता कई गुना बढ़ा दी है।
कहां और कैसे शुरू हुई ये खोज?
यह नई खोज 'आइडा' (Aida) नामक स्थान पर हुई है, जो स्टॉकहोम से करीब 630 किलोमीटर (391 मील) उत्तर में स्थित है। यहां से एक पुरानी सोने की मिल केवल 4 किलोमीटर (2.5 मील) की दूरी पर है।
यह इलाका पहले से ही खनन के लिए उपयुक्त माना जाता रहा है, लेकिन 2025 में शुरू हुई ड्रिलिंग ने चौंकाने वाले नतीजे दिए। शुरुआती खुदाई में पता चला कि जमीन के अंदर कई गहरी परतों में सोना मौजूद है - वो भी ऐसी जगहों पर जहां ऊपर से इसकी कोई निशानी नहीं दिखती थी।
अब तक क्या मिला? सोने के भंडार का अनुमान
इस खोज में अभी तक कुल कितना सोना छिपा है, इसका सटीक अनुमान नहीं लगाया गया है, लेकिन शुरुआती आंकड़े बेहद उत्साहजनक हैं:
70.5 फीट गहरी परत में मिला 1.94 ग्राम/टन सोना
15.1 फीट की एक और परत में निकला 5.45 ग्राम/टन
57.4 फीट की तीसरी परत में पाया गया 1.17 ग्राम/टन सोना
यह कोई सीमित क्षेत्र नहीं है, बल्कि लगभग 2 किलोमीटर लंबा इलाका (1.3 मील) है जिसमें खुदाई की गई। हैरानी की बात ये है कि 14 ड्रिलिंग पॉइंट्स में से 12 में सोने के संकेत मिले, और 5 जगहों पर तो सीधे सोने की चमकदार झलक मिल गई।
इस खोज से क्या बदलेगा?
इस नई खोज का असर सिर्फ स्वीडन तक सीमित नहीं रहेगा। इससे यह साबित होता है कि स्कैंडिनेविया जैसे कम एक्सप्लोर्ड इलाकों में भी बड़ी मात्रा में खनिज संपदा छिपी हो सकती है।
आज की दुनिया ऐसे इलाकों में निवेश करना चाहती है:
-जो राजनीतिक रूप से स्थिर हों
-जहां पर्यावरणीय नियमों का पालन हो
-और जहां नवीन ऊर्जा स्रोतों का समर्थन मिले
-स्वीडन इन सभी मामलों में अग्रणी है, जिससे यह नया सोने का इलाका वैश्विक निवेशकों और कंपनियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकता है।
पुराने डाटा का मिल रहा फायदा, रिसर्च में सहयोग का नया मॉडल
आइडा प्रोजेक्ट जैसे उपक्रमों को एक और फायदा यह है कि स्वीडन में दशकों पुराने सरकारी भूवैज्ञानिक आंकड़े पहले से उपलब्ध हैं। यहां की खनन कंपनियां एक-दूसरे के साथ डेटा और रिसोर्सेस साझा करती हैं, जिससे खोज की प्रक्रिया तेज़ हो जाती है और खर्च भी घटता है।
यह सिर्फ एक खान नहीं, बल्कि एक क्रांति की शुरुआत
फर्स्ट नॉर्डिक मेटल्स जैसी कंपनियां अब इस क्षेत्र को 'खनिजों की नई राजधानी' के रूप में विकसित करने की योजना बना रही हैं। उनका कहना है कि स्कैंडिनेविया में खनन की अब तक की अनदेखी गई संभावनाएं अब दुनिया के सामने आ रही हैं - और यह खोज उसी बदलाव की शुरुआत है।