Pharma Tariff: ट्रंप के बाद अब चीन ने भारतीय दवा उत्पादों पर किया बड़ा ऐलान

punjabkesari.in Monday, Sep 29, 2025 - 04:20 PM (IST)

नेशनल डेस्क : चीन ने भारतीय दवा उत्पादों पर लगने वाला 30% आयात शुल्क हटाकर पूती तरह से अब शून्य कर दिया है। यह फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा फार्मा आयात पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने के बाद आया। अब भारतीय कंपनियां बिना किसी शुल्क के चीन को दवाएं निर्यात कर सकेंगी। इस कदम से भारत की सस्ती दवाओं के लिए चीन एक मजबूत वैकल्पिक बाजार बन सकता है और आने वाले समय में भारतीय दवा निर्यात में अरबों डॉलर की बढ़ोतरी हो सकती है।

चीन के फैसले से फायदा

चीन द्वारा आयात शुल्क घटाने के बाद भारतीय फार्मा कंपनियों को बड़ा लाभ मिलेगा। चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है और अब भारतीय कंपनियों को समान अवसर और बेहतर पहुंच मिलेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे भारत-चीन व्यापार संतुलन बेहतर होगा, हजारों नौकरियां पैदा होंगी, आमदनी बढ़ेगी और वैश्विक स्वास्थ्य आपूर्ति में भारत की स्थिति मजबूत होगी।

ट्रंप का 100 फीसदी टैरिफ

कुछ दिन पहले ही ट्रंप ने फार्मा उत्पादों सहित कई चीजों पर आयात शुल्क बढ़ाने की घोषणा की थी। अमेरिका द्वारा दवाओं पर 100 फीसदी, किचन कैबिनेट और बाथरूम वैनिटी पर 50 फीसदी, फर्नीचर पर 30 फीसदी और भारी ट्रकों पर 25 फीसदी टैरिफ लागू किया जाएगा। यह नए टैरिफ 1 अक्टूबर से प्रभावी होंगे। इस फैसले से अमेरिकी बाजार में दवाइयां महंगी हो जाएंगी, जिससे भारतीय दवा निर्यातकों को नुकसान हो सकता है।

ट्रंप टैरिफ के द्वारा भारत पर पड़ सकता है असर

भारत के दवा उद्योग के लिए अमेरिका सबसे बड़ा बाजार रहा है। पिछले वित्त वर्ष में भारतीय कंपनियों ने दुनिया को करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये (27.9 अरब डॉलर) की दवाएं निर्यात कीं, जिसमें अमेरिका को 77 हजार करोड़ रुपये (8.7 अरब डॉलर) की दवाएं गईं। 2025 के पहले छह महीनों में ही अमेरिका को 32,505 करोड़ रुपये (3.7 अरब डॉलर) की दवाएं निर्यात हो चुकी हैं। अगर ट्रंप के टैरिफ लागू हुए, तो अमेरिकी बाजार में भारत की सस्ती दवाएं महंगी हो जाएंगी।

 


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Content Editor

Mehak

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