महाराष्ट्र: अजित पवार खेमे को बड़ा झटका, इस्तीफा देने के बाद चार बड़े नेता शरद पवार गुट में लौटे

punjabkesari.in Wednesday, Jul 17, 2024 - 01:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बुधवार को अजित पवार गुट से इस्तीफा देने के एक दिन बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के कई नेता और पार्षद शरद पवार खेमे में लौट आए। पुणे में शरद पवार के आवास पर एनसीपी के पूर्व पिंपरी-चिंचवाड़ इकाई के प्रमुख अजीत गव्हाणे उन नेताओं में शामिल थे, जो उनके गुट में शामिल हुए। राकांपा की पिंपरी-चिंचवाड़ इकाई के तीन अन्य वरिष्ठ नेता - राहुल भोसले, पंकज भालेकर और यश साने - जिन्होंने मंगलवार को पार्टी छोड़ दी थी, वे भी संस्थापक खेमे में शामिल हो गए।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एनसीपी (शरद पवार गुट) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि शरद पवार पिछले 60 वर्षों से महाराष्ट्र और केंद्र में विकास के लिए काम कर रहे हैं और यहां तक ​​कि विपक्ष के लोग भी उनकी ओर बड़ी उम्मीद से देखते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पार्टी में कई लोगों के अलग-अलग अनुभव हैं। हमने हमेशा सुनिश्चित किया है कि विकास की हमारी विचारधारा मजबूत रहे। पवार साहब (शरद पवार) पिछले 60 वर्षों से महाराष्ट्र और केंद्र में विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं।’’


हमें पवार साहब की विचारधारा पर भरोसा- सुले
सुले ने कहा, "हमें पवार साहब की विचारधारा पर भरोसा है और साथ ही विपक्ष में भी कई लोग उनकी ओर बड़ी उम्मीदों से देख रहे हैं, यही वजह है कि लोग उनके साथ जुड़ रहे हैं।" इससे पहले दिन में अजीत गव्हाणे ने कहा कि वह और कुछ अन्य पार्टी कार्यकर्ता, जिन्होंने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है, राकांपा संस्थापक शरद पवार से आशीर्वाद लेंगे।

बुधवार को गव्हाणे ने कहा, "मैंने कल इस्तीफा दे दिया और आज सभी पूर्व पार्षद बैठक करेंगे और अपने अगले कदम की रणनीति बनाएंगे। हम शरद पवार का आशीर्वाद भी लेंगे।" पिछले साल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में विभाजन हो गया था, जब अजित पवार कुछ विधायकों का नेतृत्व करते हुए सत्तारूढ़ एकनाथ शिंदे की सेना और भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे। गव्हाणे ने दावा किया कि पिंपरी-चिंचवाड़ नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा किया गया विकास कार्य अजित पवार और शरद पवार दोनों द्वारा किए गए विकास कार्यों से अलग है।

मैं विधानसभा चुनाव लड़ने में रुचि रखता हूं- गव्हाणे
गव्हाणे ने कहा, "अगर आप पिंपरी-चिंचवड़ को देखें तो पाएंगे कि अजित दादा और पवार साहब दोनों ने इसके विकास में योगदान दिया है। लेकिन 2017 से भारतीय जनता पार्टी पीपीएमसी (पिंपरी-चिंचवड़ नगर निगम) पर शासन कर रही है। यहां विकास कार्य गलत तरीके से किया गया, खासकर अगर आप अन्य निर्वाचन क्षेत्रों को देखें। यहां बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार था और इसके लिए मौजूदा विधायक जिम्मेदार हैं।" यह पूछे जाने पर कि क्या वह आगामी राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने में रुचि रखते हैं, गव्हाने ने कहा, "हां, मैं विधानसभा चुनाव लड़ने में रुचि रखता हूं।"

 


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Content Editor

rajesh kumar

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