Afghanistan Earthquake: भारत ने काबुल भेजी 21 टन राहत सामग्री, जयशंकर बोले- मदद जारी रहेगी
punjabkesari.in Tuesday, Sep 02, 2025 - 11:02 PM (IST)

नेशनल डेस्कः अफगानिस्तान में आए भीषण भूकंप के बाद भारत ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 21 टन मानवीय सहायता सामग्री काबुल भेजी है। मंगलवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जानकारी दी कि भारत की यह राहत सामग्री वायु मार्ग से अफगानिस्तान पहुंचाई गई है।
क्या-क्या भेजा गया है भारत की ओर से?
राहत सामग्री में शामिल हैं:
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कंबल, टेंट और स्लीपिंग बैग
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हाइजीन किट (साफ-सफाई से जुड़ी वस्तुएं)
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पोर्टेबल वॉटर प्यूरीफायर और वाटर स्टोरेज टैंक
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रसोई के बर्तन और सोलर जनरेटर
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व्हीलचेयर, सैनिटाइजर, पानी शुद्ध करने की गोलियां
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ओआरएस और आवश्यक दवाइयाँ, मेडिकल उपकरण
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत आने वाले दिनों में भी सहायता भेजता रहेगा और अफगानिस्तान की ज़रूरतों पर लगातार नजर रखेगा।
अफगानिस्तान में तबाही का मंजर
31 अगस्त की रात 11:47 बजे (स्थानीय समय) अफगानिस्तान के पूर्वी हिस्से, खासकर नांगरहार प्रांत के पास भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र जलगाजा शहर से 27 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में, जमीन से 8 किलोमीटर गहराई में था।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार:
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1,400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
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8,000 से अधिक घर (ज्यादातर कुनार प्रांत में) पूरी तरह या आंशिक रूप से नष्ट हो चुके हैं।
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भूकंप के बाद दूरदराज के पहाड़ी इलाकों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है, क्योंकि कई इलाके सड़क और मोबाइल नेटवर्क से कट चुके हैं।
बचाव कार्य जारी लेकिन चुनौतियां बड़ी
राहतकर्मियों को बेहद कठिन परिस्थितियों में बचाव और राहत कार्यों को अंजाम देना पड़ रहा है। जिन क्षेत्रों में भूकंप का असर सबसे ज्यादा हुआ है, वे ज्यादातर पहाड़ी और दुर्गम इलाके हैं, जहां सड़कें टूटी हुई हैं और नेटवर्क पूरी तरह बंद है।
Indian earthquake assistance reaches Kabul by air.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 2, 2025
21 tonnes of relief materials including blankets, tents, hygiene kits, water storage tanks, generators, kitchen utensils, portable water purifiers, sleeping bags, essential medicines, wheelchairs, hand sanitizers, water… pic.twitter.com/q8TUb1wbSn
भारत की संवेदना और मदद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप की इस भयावह घटना पर गहरा दुख जताया है और कहा कि भारत हर संभव मानवीय मदद देने के लिए तैयार है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी से बात कर:
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शोक संवेदना व्यक्त की
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घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की
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और भारत की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया
भारत की ओर से पहले ही 1,000 फैमिली टेंट काबुल भेजे जा चुके हैं।
क्यों बार-बार आते हैं अफगानिस्तान में भूकंप?
अफगानिस्तान एक भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र है, क्योंकि यह भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट के मिलन बिंदु पर स्थित है। इस कारण यहां अक्सर तेज भूकंप आते रहते हैं, और यह देश बार-बार प्राकृतिक आपदाओं की चपेट में आ जाता है।