''पृथ्वी से इतनी दूर पहुंचा आदित्य L1'', इसरो ने दिया ताजा अपडेट
punjabkesari.in Saturday, Sep 30, 2023 - 07:07 PM (IST)

नेशनल डेस्कः भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (ISRO) ने अपने सूर्य मिशन आदित्य L1 को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। इसरो ने बताया कि आदित्य L1 अब तक 9.2 लाख किमी की दूरी तय कर चुका है और सन प्वॉइन्ट L1 को तलाश रहा है। यह दूसरी बार है इसरो ने अपने किसी अंतरिक्ष यान को पृथ्वी की कक्षा से बाहर भेजा है। इससे पहले मिशन मंगल के दौरान मंगलयान को ऑर्बिटर को पृथ्वी की कक्षा से बाहर भेजा था।
इसरो ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर बताया, “अंतरिक्ष यान पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से सफलतापूर्वक बचकर पृथ्वी से 9.2 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर चुका है। अब यह सन-अर्थ लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल1) की ओर अपना रास्ता तलाश रहा है। यह लगातार दूसरी बार है जब इसरो किसी अंतरिक्ष यान को पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र के बाहर भेज सका, पहली बार मंगल ऑर्बिटर मिशन।
Aditya-L1 Mission:
— ISRO (@isro) September 30, 2023
🔸The spacecraft has travelled beyond a distance of 9.2 lakh kilometres from Earth, successfully escaping the sphere of Earth's influence. It is now navigating its path towards the Sun-Earth Lagrange Point 1 (L1).
🔸This is the second time in succession that…
बता दें कि इसरो ने 2 सिंतबर को मिशन सूर्य ‘आदित्य L1’ लॉन्च किया था। यह सूर्य के बारे में पता लगाने का इसरो का पहला मिशन है। भारत के सूर्य मिशन 'आदित्य एल-1' अंतरिक्ष यान ने आंकड़े जुटाने शुरू कर दिए हैं। यह आंकड़े पृथ्वी के चारों ओर मौजूद कणों के व्यवहार के विश्लेषण में वैज्ञानिकों की मदद करेंगे। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने सोमवार (18 सितंबर) को यह जानकारी दी। इसरो ने कहा, ''भारत की पहली सोलर ऑब्जर्वेटरी में लगे सेंसरों ने पृथ्वी से 50 हजार किलोमीटर से ज्यादा की दूरी पर आयन और इलेक्ट्रॉन को मापना शुरू कर दिया है।
एसटीईपीएस में लगे हैं 6 सेंसर
इसमें छह सेंसर लगे हुए हैं, जो अलग-अलग दिशाओं में अवलोकनकर रहे हैं और एक मेगा इलेक्ट्रॉन वोल्ट (MEV) से अधिक के इलेक्ट्रॉन के अलावा, 20 किलोइलेक्ट्रॉन वोल्ट (KEV) /न्यूक्लियॉन से लेकर पांच एमईवी/न्यूक्लियॉन तक के 'सुपर-थर्मल' और शक्तिशाली आयनों को माप रहे हैं।