जहां कभी बनी सुपरहिट फिल्में, अब वहां बनेगा रईसों का आशियाना, 183 करोड़ में बिका फिल्मिस्तान स्टूडियो

punjabkesari.in Friday, Jul 04, 2025 - 11:02 AM (IST)

नेशनल डेस्क: मुंबई के गोरेगांव पश्चिम स्थित ऐतिहासिक फिल्मिस्तान स्टूडियो को अब एक नया रूप मिलने जा रहा है। 82 साल पुराने इस स्टूडियो को अब रियल एस्टेट कंपनी आर्केड डेवलपर्स लिमिटेड ने 183 करोड़ रुपये में खरीद लिया है। कंपनी यहां दो आलीशान टावर बनाएगी, जो 50-50 मंजिल के होंगे। इन टावरों में 3, 4 और 5 बीएचके के प्रीमियम फ्लैट्स और पेंटहाउस होंगे। फिल्मिस्तान स्टूडियो एक समय बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग के लिए जाना जाता था। यहां कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों की शूटिंग हुई थी। लेकिन अब यह जगह फिल्मों के कैमरों और क्लैप की आवाजों की जगह रईसों की लग्ज़री जिंदगी का गवाह बनेगी। आर्केड डेवलपर्स ने इस स्टूडियो को 183 करोड़ रुपये में खरीदा है और यहां 2026 से निर्माण कार्य शुरू करने की योजना है। इस पूरे सौदे के तहत कंपनी को चार एकड़ जमीन का अधिकार मिलेगा, जो गोरेगांव पश्चिम की SV रोड पर स्थित है। कंपनी का कहना है कि यह प्रोजेक्ट प्रीमियम सेगमेंट में एक नया मील का पत्थर साबित होगा। कुल मिलाकर इस परियोजना का सकल विकास मूल्य (Gross Development Value) 3,000 करोड़ रुपये आंका गया है।

आलीशान टावरों की विशेषताएं

  • दो टावर होंगे, हर टावर 50 मंजिल का

  • 3, 4 और 5 BHK फ्लैट्स और पेंटहाउस

  • आधुनिक सुविधाओं से लैस प्रोजेक्ट

  • मुंबई के हाई-एंड रियल एस्टेट सेगमेंट में मजबूती

बॉलीवुड की विरासत, अब बदलेगी शक्ल

फिल्मिस्तान स्टूडियो को 1943 में स्थापित किया गया था और यह दशकों तक बॉलीवुड के मशहूर फिल्म सेट्स का केंद्र रहा। यहां ‘शबाब’, ‘अनारकली’, ‘नया दौर’, जैसी अनेक क्लासिक फिल्मों की शूटिंग हुई थी। हालांकि बीते कुछ सालों में यहां शूटिंग गतिविधियां काफी कम हो गई थीं।

कंपनी की सोच: विरासत को नया रूप देना

आर्केड डेवलपर्स के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अमित जैन ने कहा, "फिल्मिस्तान स्टूडियो सिर्फ एक स्थान नहीं बल्कि मुंबई की एक विरासत है। इसे नया जीवन देना और उसकी विरासत को आधुनिक रूप में पुनर्जीवित करना हमारे लिए गर्व की बात है। हम सिर्फ घर नहीं बना रहे, हम एक नई कहानी रच रहे हैं जो मुंबई की बदलती आकांक्षाओं को दर्शाती है।"
यह अधिग्रहण मुंबई की रियल एस्टेट इंडस्ट्री में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। खासकर जब बात प्रीमियम रेजिडेंशियल सेगमेंट की आती है, तो यह प्रोजेक्ट न सिर्फ ऐतिहासिक भूमि पर खड़ा होगा बल्कि शहर के अमीर तबके के लिए एक नया लक्ज़री हब बनेगा।

क्या है आगे की योजना

  • प्रोजेक्ट की शुरुआत: 2026

  • दो हाई-राइज़ टावर्स

  • संभावित खरीदार: उच्चवर्गीय परिवार, बिजनेस क्लास, फिल्म इंडस्ट्री के बड़े नाम

  • प्रोजेक्ट की टैगलाइन: "जहां विरासत और भविष्य मिलते हैं"


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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