नवी मुंबई में मचा हड़कंप, चलती कार की डिग्गी से लटकता दिखा हाथ, वीडियो वायरल
punjabkesari.in Tuesday, Apr 15, 2025 - 02:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क: नवी मुंबई की व्यस्त सड़कों पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक चलती इनोवा कार की डिग्गी से लटकते हुए एक ‘मानव हाथ’ का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। ये वीडियो वाशी और सानपाड़ा रेलवे स्टेशन के बीच बने सर्विस रोड पर रिकॉर्ड किया गया था। वीडियो में एक व्यक्ति का हाथ इनोवा की डिग्गी से बाहर लटका हुआ साफ दिख रहा था। पीछे से गुजर रहे वाहन चालक ने यह वीडियो बनाते हुए यह भी कहा — “लग रहा है किसी ने हत्या कर शव गाड़ी में रखा है।” यह कहते हुए उसने वीडियो वायरल कर दिया और देखते ही देखते यह फुटेज सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई।
#WATCH | Prank Gone Wrong: Panic In Navi Mumbai As Hand Seen Hanging From Car Boot@Raina_Assainar #Mumbai #NaviMumbai #MumbaiNews pic.twitter.com/6pgK8lSVmg
— Free Press Journal (@fpjindia) April 14, 2025
पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम तुरंत हुई एक्टिव
वीडियो जैसे ही वायरल हुआ, नवी मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच अलर्ट मोड पर आ गई। मामला इतना संवेदनशील लग रहा था कि कई को हत्या या अपराध की आशंका होने लगी। नवी मुंबई पुलिस के अनुसार, यह वीडियो सोमवार शाम करीब 6:45 बजे शूट किया गया था। वायरल वीडियो के आधार पर कार की पहचान कर पुलिस ने रात 8:30 बजे उस इनोवा कार को घाटकोपर इलाके से पकड़ लिया।
निकला लैपटॉप ब्रांड का प्रमोशनल वीडियो शूट
जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, पुलिस को जो जानकारी हाथ लगी वह हैरान करने वाली थी। कार में बैठे युवक कोई अपराधी नहीं बल्कि कंटेंट क्रिएटर निकले। दरअसल वे तीनों युवक एक सोशल मीडिया रील शूट कर रहे थे जो एक लैपटॉप ब्रांड के प्रचार से जुड़ी थी। वीडियो की स्क्रिप्ट के मुताबिक, कार की डिग्गी से बाहर लटकते हाथ को देखकर बाइक सवार घबरा जाता है और कार रुकवाकर डिग्गी खोलने को कहता है। जब डिग्गी खुलती है तो अंदर बैठा युवक बोलता है — “डर गए? लेकिन मैं मरा नहीं हूं, जिंदा हूं। अब सुनिए हमारे लैपटॉप पर मिलने वाले शानदार ऑफर्स के बारे में।”
तीनों युवक मुंबई के निवासी, पुलिस ने जब्त किए वीडियो
क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त अजय लांडगे ने बताया कि तीनों युवक मुंबई के निवासी हैं और नवी मुंबई में एक शादी में शामिल होने आए थे। वहीं पर उन्होंने यह स्क्रिप्टेड वीडियो शूट किया था। पूछताछ के दौरान तीनों युवकों ने माना कि यह सब एक प्रमोशनल एक्ट का हिस्सा था। पुलिस ने उनके मोबाइल और कैमरों से सारे वीडियो जब्त कर जांच की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कहीं किसी अन्य वीडियो में आपत्तिजनक या गुमराह करने वाली सामग्री न हो।
एफआईआर नहीं, लेकिन चेतावनी जरूर दी गई
इस मामले में फिलहाल कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया गया है। हालांकि, पुलिस ने इन युवकों को सख्त चेतावनी दी है कि भविष्य में ऐसा कोई वीडियो जो जनता को भ्रमित करे या डर पैदा करे, नहीं बनाना चाहिए। सोशल मीडिया की ताकत का गलत इस्तेमाल करने पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है।