खुश रहने के लिए नहीं जरूरी है अच्छी सैलरी, बस करना होगा ये छोटा-सा काम

punjabkesari.in Monday, Mar 24, 2025 - 05:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क. अगर आप यह सोचते हैं कि ज्यादा पैसा कमाने से आपकी जिंदगी खुशहाल हो जाएगी, तो यह खबर आपको चौंका सकती है। हाल ही में जारी वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2024 के मुताबिक, असली खुशी ऊंची सैलरी से नहीं, बल्कि दूसरों की मदद करने और दयालुता से मिलती है।  दुनिया की 70% आबादी ने पिछले महीने कम से कम एक बार किसी न किसी की मदद की।

रिपोर्ट की मुख्य बातें

यह रिपोर्ट गैलप, ऑक्सफोर्ड वेलबीइंग रिसर्च सेंटर और संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से तैयार की गई है। इस साल की रिपोर्ट में खासतौर पर दयालुता, सामाजिक सहयोग और लोगों की उम्मीदों पर ध्यान दिया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि परोपकार के छोटे-छोटे कार्य भी व्यक्ति की खुशी को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, अगर लोग दूसरों की भलाई पर ज्यादा भरोसा करें और सामाजिक रिश्तों को मजबूत करें, तो वे अधिक खुशहाल रह सकते हैं।

दयालुता से खुशी का गहरा संबंध

गैलप की विशेषज्ञ इलाना रॉन-लेवी का कहना है कि दयालुता के कार्य खुशी की भविष्यवाणी करने में ऊंची सैलरी से भी ज्यादा प्रभावी हैं। उन्होंने बताया कि अगर हम दूसरों से बुरा ही उम्मीद करेंगे, तो हमारा व्यवहार भी वैसा ही होगा और यह हमारी खुशी को प्रभावित करेगा।

दयालुता के तीन मुख्य रूप

रिपोर्ट के सह-लेखक और टोरंटो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. फेलिक्स चेडंग ने कहा, "हमें यह देखकर अच्छा महसूस करना चाहिए कि हमारे आसपास हर 10 में से 7 लोग किसी न किसी के लिए अच्छा कर रहे हैं।" रिपोर्ट में दयालुता को तीन श्रेणियों में बांटा गया है:

पैसे का दान करना

स्वेच्छा से सेवा देना

किसी अजनबी के लिए अच्छा करना

सामाजिक जुड़ाव से बढ़ेगी खुशी

विशेषज्ञों का मानना है कि सामाजिक जुड़ाव की भावना को मजबूत करने से खुशी को बढ़ाया जा सकता है। डॉ. अकनिन के अनुसार, दयालुता से खुशी बढ़ाने के तीन प्रमुख तरीके हैं - संबंध, इच्छा और असर। उन्होंने कहा कि जब कोई अपनी मर्जी से दूसरों की मदद करता है, तो उसे ज्यादा खुशी मिलती है।


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Content Editor

Parminder Kaur

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