टोमैटो फ्लू से केरल में 82 बच्चे बीमार, जानिए क्या है tomato fever...इसके लक्षण और बचाव
punjabkesari.in Wednesday, May 11, 2022 - 03:24 PM (IST)
नेशनल डेस्क: केरल में टोमैटो फीवर या टोमैटो फ्लू (tomato fever) के कई केस सामने आ रहे हैं। इसमें पांच साल से कम उम्र वाले बच्चे ज्यादा प्रभावित पाए जा रहे हैं। इसके कारण अकेले केरल में ही 82 मामले सामने आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि यह वायरल इंफेक्शन केवल छोटे बच्चों को ही शिकार बना रहा है। ऐसे में यह जरूरी बन गया है कि इस वायरल इंफेक्शन के बारे में आप जानकारी लें और यह भी जानें कि इसके कौन-कौन से लक्षण है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
क्या है टोमैटो फीवर
टोमैटो फीवर को टोमैटो फ्लू भी कहा जा रहा है जिसे एक प्रकार वायरल इंफेक्शन (tomato fever symptoms in babies) बताया जा रहा है। इसकी अभी पूरी जानकारी नहीं है कि यह कोई नई किस्म की बीमारी है या फिर चिकुनगुनिया या डेंगू बुखार का साइड इफेक्ट है। इसके लक्षण इस बात को बताते है कि यह केवल छोटे बच्चों को ही निशाना बना रहा है। इस बुखार को टोमैटो नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि इसमें टमाटर के आकार के बड़े-बड़े, लाल और गोल चकतें दिखाई दे रहे हैं।
टोमैटो फीवर के लक्षण
जिन बच्चों को य फीवर हो रहा है, उनमें लाल रंग के दाने, चकते, छाले, डिहाइड्रेशन, खुजली, तेज बुखार, दर्द जैसे कॉमन लक्षण देखने को मिल रहे हैं।
टोमैटो बुखार के कुछ और भी लक्षण हैं जैसे-
- बच्चों को तेज बुखार के साथ शरीर में दर्द, सूजन और बार बार प्यास लगना
- डिहाइड्रेशन की वजह से बच्चों का मुंह सूख जा रहा है
- कई मरीजों ने बताया कि रैश पर उभरे दानों में से कीड़े भी निकल रहे हैं।
टोमैटो फीवर से बचाव
बच्चों में लक्षण दिखने के बाद तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यही नहीं इस इंफेक्शन होने पर उबले हुए पानी को ठंडा करके ही पिलाएं वो भी ज्यादा मात्रा में। रैश या दानों को खुजलाए नहीं। मरीज की साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें। इन लोगों को हल्के गर्म पानी से ही नहलाएं। स्वस्थ बच्चों को बीमार मरीज से दूर रखें ताकि उनको इंफेक्शन न हो।