7 लड़के एक स्कूटी पर कर रहे थे स्टंट, वायरल वीडियो के बाद पुलिस ने ठोका 21,500 रुपए का चालान
punjabkesari.in Tuesday, Jul 29, 2025 - 09:57 PM (IST)

संबलपुर: ओडिशा के संबलपुर जिले से ट्रैफिक नियमों की घोर अनदेखी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। धनुपाली थाना क्षेत्र में 7 युवक एक ही स्कूटी पर सवार होकर स्टंट करते नजर आए, जिनमें से 6 नाबालिग थे। यह सब सिर्फ सोशल मीडिया पर लाइक और व्यूज पाने के लिए किया गया, लेकिन जल्द ही इनकी यह 'मस्ती' भारी पड़ गई।
वीडियो वायरल होने के बाद ट्रैफिक पुलिस ने संज्ञान लेते हुए स्कूटी मालिक पर 21,500 रुपए का जुर्माना लगाया है और वाहन को जब्त कर लिया गया है। इस घटना ने एक बार फिर से नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने और सार्वजनिक स्थानों पर खतरनाक स्टंट करने के बढ़ते चलन पर चिंता गहरा दी है।
कैसे हुआ खुलासा?
रविवार की रात, स्थानीय लोगों ने देखा कि एक स्कूटी पर 7 लड़के तेज़ रफ्तार में इलाके से गुजर रहे हैं। कुछ लड़के स्कूटी पर ठीक से बैठे भी नहीं थे—कोई बाईं तरफ लटक रहा था, तो कोई दाईं तरफ। लड़के हंगामा करते हुए सड़कों पर स्टंट कर रहे थे, जिससे राहगीरों में दहशत फैल गई।
इसी दौरान, एक स्थानीय नागरिक ने अपने मोबाइल फोन से इस पूरी घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली और यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
पुलिस की तत्परता से हुई पहचान और कार्रवाई
धनुपाली थाना पुलिस को जब इस वीडियो की जानकारी मिली, तो उन्होंने सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो की मदद से स्कूटी की पहचान की। कुछ ही घंटों में पुलिस ने स्कूटी को जब्त कर लिया और चालक को हिरासत में ले लिया गया।
जांच में पाया गया कि:
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स्कूटी पर कुल 7 युवक सवार थे, जबकि दोपहिया वाहन पर केवल दो लोगों की अनुमति होती है।
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वाहन चला रहा लड़का नाबालिग था और उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था।
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सभी लड़के बिना हेलमेट के थे।
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वाहन तेज रफ्तार में लापरवाही से सार्वजनिक सड़क पर चलाया जा रहा था।
21,500 रुपए का भारी जुर्माना, परिजनों को चेतावनी
पुलिस ने मोटर व्हीकल एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत ₹21,500 का चालान स्कूटी मालिक के नाम पर जारी किया है। इसके साथ ही, सभी नाबालिगों के अभिभावकों को थाने बुलाकर सख्त चेतावनी दी गई कि बच्चों को बिना लाइसेंस वाहन न सौंपें और यदि भविष्य में दोबारा ऐसा पाया गया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कानून और सुरक्षा दोनों की उड़ाई गई धज्जियां
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया कि सड़क सुरक्षा और कानून पालन को लेकर समाज के कुछ वर्ग अभी भी बेहद लापरवाह हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, नाबालिगों को वाहन देना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह उनकी और दूसरों की जान के लिए सीधा खतरा है। यदि हादसा हो जाए तो जिम्मेदारी माता-पिता और वाहन मालिक दोनों पर आती है।
पुलिस की अपील: नाबालिगों को वाहन न सौंपें
धनुपाली थाना प्रभारी ने कहा, "हम आम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे नाबालिगों को वाहन न चलाने दें। यह कानूनन अपराध है और सड़कों पर इस तरह की लापरवाही जानलेवा हो सकती है। भविष्य में ऐसे मामलों में और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।"