'भाई को ढूंढने के लिए अस्पतालों में भटक रहे 60 साल के भाटी', मुंबई नाव हादसे ने उड़ाई जोघराम की नींद
punjabkesari.in Thursday, Dec 19, 2024 - 08:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मुंबई तट पर बुधवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई और दो लोग लापता हो गए। यह दुर्घटना तब हुई जब भारतीय नौसेना के एक पोत, एक फेरीबोट से टकरा गई। हादसा गेटवे ऑफ इंडिया के पास हुआ, जब फेरीबोट "नील कमल" पर सवार लोग एलीफेंटा द्वीप की सैर पर जा रहे थे। इस घटना ने शहर को हिलाकर रख दिया, और अब तक राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
फेरीबोट "नील कमल" पर सवार 43 वर्षीय हंसराम भाटी और एक अन्य व्यक्ति इस दुर्घटना के बाद से लापता हैं। हंसराम मुंबई के मलाड इलाके के रहने वाले थे और आभूषण व्यवसाय से जुड़े हुए थे। वे राजस्थान से आए अपने रिश्तेदारों को एलीफेंटा द्वीप घुमाने ले जा रहे थे। उनके साथ उनके साले का बेटा प्रवीण राठौड़ और उनकी पत्नी नीतु भी थीं।
भाई को ढूंढने के लिए अस्पतालों में भटक रहे भाटी
जब हादसा हुआ, तो प्रवीण और नीतु तो सुरक्षित बच गए, लेकिन हंसराम का कोई पता नहीं चला। 60 साल के जोघराम भाटी, हंसराम के बड़े भाई, इस घटना के बाद से बेहद दुखी हैं। वह लगातार मुंबई के अस्पतालों में अपने छोटे भाई को ढूंढने के लिए दौड़ रहे हैं। जोघराम ने कहा, "मुझे नहीं पता कि वह कहां हैं, मैं सिर्फ अपना भाई वापस चाहता हूं। वह हमारे परिवार में सबसे प्यारे इंसान हैं।"
हादसे में एक और व्यक्ति, 50 वर्षीय दीपक वाखचौर की भी मौत हो गई। वह गोवंडी इलाके के रहने वाले थे। उनके परिवार ने सरकार से मृतकों के परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देने की मांग की है। इसके साथ ही, मृतक के शरीर से गहनों के गायब होने की शिकायत भी की गई है।
हादसे का ब्यौरा
यह दुर्घटना उस समय हुई जब भारतीय नौसेना का एक पोत इंजन परीक्षण के लिए जा रहा था और अचानक नियंत्रण खो बैठा। यह पोत करंजा के पास फेरी "नील कमल" से टकरा गया। फेरी में सवार लोग गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा द्वीप जा रहे थे। हादसे के बाद कई यात्रियों ने शिकायत की कि नाव में पर्याप्त लाइफ जैकेट नहीं थे, जिससे बचाव कार्य में कठिनाइयां आईं। इस हादसे में कुल 113 लोग सवार थे, जिनमें से 13 की मौत हो गई और 98 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज जारी है।
पुलिस कर रही जांच
हादसे के बाद, पुलिस और नौसेना के अधिकारी राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। गेटवे ऑफ इंडिया और आसपास के क्षेत्रों में घबराए हुए लोग अपनी जान की सलामती के लिए अस्पतालों और अन्य स्थानों पर मदद के लिए पहुंचे। मुंबई पुलिस ने मृतकों के परिवारों से शिकायतें दर्ज करने के लिए कहा है, और मामले की जांच जारी है। यह हादसा मुंबई में एक बड़ी चिंता का कारण बन गया है, और लोग अब यात्रा के दौरान सुरक्षा उपायों की कड़ी समीक्षा की मांग कर रहे हैं।