दुनिया की 5 रहस्यमयी जगहें जिन्हें 'नरक का दरवाजा' कहा जाता है – वैज्ञानिक भी हैरान!
punjabkesari.in Thursday, Jan 16, 2025 - 03:20 PM (IST)
नेशनल डेस्क: 'नरक का दरवाजा' या 'पाताल लोक का द्वार' जैसे शब्द केवल काव्यात्मक नहीं हैं, बल्कि दुनिया में कुछ ऐसी जगहें हैं, जिन्हें इतिहास, धर्म और विज्ञान से जोड़ते हुए इस नाम से संबोधित किया जाता है। ये स्थान अपनी अद्भुत और रहस्यमयी विशेषताओं के कारण आज भी लोगों को डर और जिज्ञासा का विषय बने हुए हैं। इन जगहों से जुड़े ऐतिहासिक, धार्मिक और वैज्ञानिक तथ्यों ने इन्हें 'नरक का दरवाजा' मानने की वजह दी है। आइए जानते हैं दुनिया की पांच ऐसी प्रमुख जगहों के बारे में:
1. यरूशलम की गेहिन्ना घाटी (Gehenna Valley)
यह स्थान प्राचीन यरूशलम के बाहर स्थित है और यह 'नरक' का ग्रीक शब्द 'गेहिन्ना' से जुड़ा हुआ है। 'गेहिन्ना' हिब्रू शब्द 'गे-हिन्नोम' (Hinnom Valley) से लिया गया है। प्राचीन काल में इस घाटी को बहुत ही भयानक स्थान माना जाता था। यहां बच्चों की बलि देने की प्रथा थी। विशेष रूप से अमोनाइट देवता मोलोक को प्रसन्न करने के लिए इस घाटी में मासूमों की बलि चढ़ाई जाती थी। इसके बाद, शवों को जलाने की प्रथा शुरू हुई, जिससे इस स्थान को 'नरक की आग' के रूप में देखा गया। यह घाटी वह स्थान मानी जाती थी, जहाँ मृत व्यक्तियों की आत्माओं का शाश्वत नरक में जीवन की यातना भोगने के लिए फेंका जाता था। इस घाटी की धार्मिक और ऐतिहासिक महत्वता के कारण यह आज भी 'धरती के नरक' के प्रतीक के रूप में प्रसिद्ध है।
2. तुर्की का हिएरापोलिस और 'प्लूटो का द्वार' (Pluto's Gate)
तुर्की के प्राचीन ग्रीक शहर हिएरापोलिस में स्थित एक गुफा, जिसे 'प्लूटो का द्वार' कहा जाता है, वैज्ञानिकों और इतिहासकारों के लिए एक अद्भुत रहस्य बना हुआ है। इस गुफा में प्रवेश करते ही जानवरों की मौत हो जाती थी, और यही वजह है कि इसे 'प्लूटो का द्वार' (हिंदू और ग्रीक मिथकों में मृत्यु और पाताल लोक का भगवान) कहा जाता है। जब प्राचीन काल में जानवरों को बलि चढ़ाया जाता था, तो वे तुरंत मर जाते थे। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह गुफा बेहद ज़हरीली कार्बन डाइऑक्साइड गैस से भरी हुई है, जो वहां प्रवेश करने वाले जानवरों या छोटे पक्षियों को मार देती है। यह गुफा एक प्रकार के 'गैस चैम्बर' जैसी है, जिसे 'नरक का दरवाजा' कहा जाता है।
3. आइसलैंड का हेक्ला ज्वालामुखी (Hekla Volcano)
आइसलैंड के हेक्ला ज्वालामुखी को प्राचीन काल से ही 'नरक का द्वार' या 'नरक की चिमनी' के रूप में जाना जाता था। यह ज्वालामुखी अब तक कई बार सक्रिय हुआ है, और इसके विस्फोट ने आइसलैंड के एक बड़े हिस्से को राख और पत्थरों से ढक दिया था। मध्यकालीन ईसाईयों के अनुसार, यह ज्वालामुखी पाताल लोक (नरक) का प्रवेशद्वार था। आइसलैंड में इसे 'नरक का प्रवेशद्वार' माना जाता था, और कई धार्मिक मान्यताएं थीं कि इस ज्वालामुखी के नीचे पाताल लोक छिपा हुआ है। 1104 में इसका एक विस्फोट इतना भयानक था कि इससे पूरे क्षेत्र में तबाही मच गई थी और इस कारण इसे 'नरक का द्वार' की उपाधि दी गई।
4. बेलीज़ की एक्टुन तुनिचिल मुक्नाल गुफा (Actun Tunichil Muknal Cave)
बेलीज़ में स्थित एक्टुन तुनिचिल मुक्नाल गुफा (जिसे 'स्टोन रिज और गुफा' के नाम से भी जाना जाता है) माया सभ्यता से जुड़ी एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। माया संस्कृति में इसे 'ज़िबाल्बा' नामक पाताल लोक का प्रवेशद्वार माना जाता था। इस गुफा के अंदर माया सभ्यता के कई कंकाल पाए गए, जिनमें कुछ कंकाल कैल्सियम से ढके हुए थे, जिससे उनका रूप चमकदार लगता था। माया लोग प्राकृतिक आपदाओं को रोकने के लिए यहां बलि चढ़ाते थे, जिसमें बच्चों और अन्य लोगों की बलि भी शामिल थी। इस गुफा को एक रहस्यमयी और भयावह स्थान के रूप में माना जाता है, जहाँ आत्माएं और बलिदान दोनों जुड़े हुए थे।
5. आयरलैंड का सेंट पैट्रिक्स पुर्गेटरी (St. Patrick's Purgatory)
आयरलैंड का सेंट पैट्रिक्स पुर्गेटरी एक ऐतिहासिक स्थल है जिसे 'दुनिया के छोर' के रूप में जाना जाता था। ईसाई धर्म के अनुसार, सेंट पैट्रिक को यह गुफा ईसा मसीह द्वारा दिखाई गई थी ताकि वे लोगों को ईसाई धर्म के प्रति प्रेरित कर सकें। यह गुफा एक छोटी सी कक्ष थी, जिसमें धुएं के बीच सांस लेना आध्यात्मिक जागृति का कारण माना जाता था। इसके कारण इसे 'पुर्गेटरी' के रूप में देखा जाता था, जो एक प्रकार के 'पुनर्जन्म' के पहले की यातनाओं को दर्शाता था। यहां लोग आध्यात्मिक शुद्धता के लिए आते थे और इस गुफा को 'नरक का द्वार' के रूप में माना जाता था।