40 साल का कांग्रेस से नाता तोड़ BJP में शामिल हुए अर्जुन मोढवाडिया, चार महीने में तीसरे विधायक ने छोड़ी पार्टी

punjabkesari.in Tuesday, Mar 05, 2024 - 05:08 PM (IST)

नेशनल डेस्कः कांग्रेस की गुजरात इकाई के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अर्जुन मोढवाडिया कांग्रेस से इस्तीफा देने के एक दिन बाद मंगलवार को पार्टी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर के साथ राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। दोनों नेता कई अन्य लोगों के साथ यहां भाजपा के प्रदेश मुख्यालय 'कमलम' में पार्टी में शामिल हुए। भाजपा की गुजरात इकाई प्रमुख सी आर पाटिल ने उन्हें भाजपा की टोपी और पट्टा देकर पार्टी में शामिल किया।

मोढवाडिया और डेर ने अयोध्या में जनवरी में आयोजित भगवान राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह का "बहिष्कार" करने के पार्टी के फैसले पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सोमवार को इस्तीफा दे दिया था। दोनों नेताओं ने गुजरात में राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा के निर्धारित प्रवेश से ठीक तीन दिन पहले कांग्रेस छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा की। गुजरात में सबसे वरिष्ठ और सबसे प्रभावशाली विपक्षी नेताओं में से एक मोढवाडिया (67) लगभग 40 वर्षों तक कांग्रेस से जुड़े रहे। उन्होंने विपक्ष के नेता और प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया।

भाजपा में शामिल होने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए मोढवाडिया ने कहा कि वह देश के लिए सामाजिक और आर्थिक आजादी हासिल करने के महात्मा गांधी के सपने को पूरा करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों में योगदान देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत को 1947 में राजनीतिक आजादी मिली लेकिन देश के लिए गांधीजी का सामाजिक और आर्थिक आजादी का सपना साकार होने से बहुत दूर है। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह, गुजरात के दो बेटे, देश का नेतृत्व कर रहे हैं और भारत को विकसित बनाने के इस सपने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं...मोदी सामाजिक और आर्थिक बदलाव के उस सपने को हासिल करने के लिए काम कर रहे हैं जो अधूरा रह गया था।''

मैं देश में बदलाव लाने के लिए पार्टी में शामिल हो रहा हूं
कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता मोढवाडिया ने कहा कि वह सामाजिक एवं आर्थिक बदलाव लाने के लिए राजनीति में आये हैं और कांग्रेस में यह संभव नहीं दिखता। उन्होंने कहा, "वहां किए गए सभी प्रयास असफल रहे। मैंने पोरबंदर के लिए जो सपना देखा था, वह आज मोदी के नेतृत्व में साकार होता हुआ देख सकता हूं।" मोढवाडिया ने इस बात पर जोर दिया कि वह किसी दबाव या प्रलोभन के कारण भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं जैसा कि कांग्रेस ने दावा किया है। उन्होंने कहा, "मैं देश में बदलाव लाने के लिए पार्टी में शामिल हो रहा हूं।"

डेर ने कहा कि भाजपा ने देश में उन मुद्दों को हल करने के लिए काम किया जो वर्षों से लंबित थे। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर लोगों को गुमराह करने और अयोध्या में राम मंदिर को लेकर चौंकाने वाले बयान देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "मैं यहां राजनीति में कुछ करने के लिए आया हूं। मैं एक ऐसी पार्टी का राजनीतिक मंच पाने के लिए भाजपा में शामिल हुआ हूं जो प्रभावी ढंग से काम कर रही है।" इन दोनों नेताओं को भाजपा में शामिल करने के बाद पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया का सर्वोच्च राष्ट्र बनेगा और इस प्रयास में योगदान देने के लिए ये नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं।

मोढवाडिया और डेर के साथ भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में जामनगर से कांग्रेस के नेता मुलु कंदोरिया भी थे जिन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। उन्होंने कहा, ‘‘आपने भाजपा में शामिल होने के लिए काम किया क्योंकि आप गुजरात और इसके साथ देश के विकास के लिए मोदी के प्रयासों में योगदान देना चाहते हैं। लोगों के लिए काम करना और उनकी मदद करना आपकी इच्छा है। आप सही मंच खोजने के लिए भाजपा में शामिल हुए हैं। आइए हम इसके लिए मिलकर काम करें,''। डेर और मोढवाडिया के कांग्रेस छोड़ने से कुछ दिन पहले, पार्टी के राज्यसभा सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री नाराण राठवा अपने बेटे और बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए थे।

चार महीनों में इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के तीसरे विधायक
पोरबंदर सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले मोढवाडिया ने सोमवार शाम गांधीनगर में गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी को विधायक के रूप में अपना इस्तीफा सौंप दिया। विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय ने पुष्टि की कि इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबू बोखिरिया को हराया था। मोढवाडिया के इस्तीफे के साथ, 182 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की प्रभावी संख्या घटकर 14 रह गई है। मोढवाडिया पिछले चार महीनों में इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के तीसरे विधायक हैं।

इससे पहले चिराग पटेल और सी जे चावड़ा ने क्रमशः दिसंबर और जनवरी में इस्तीफा दिया था। डेर ने 2017 से 2022 तक कांग्रेस विधायक के रूप में अमरेली जिले की राजुला विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 2017 के चुनाव में राज्य के मंत्री परषोत्तम सोलंकी के छोटे भाई और भाजपा के वरिष्ठ नेता हीरा सोलंकी को हराया था। 2022 के गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले, डेर को कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष का प्रभार सौंपा गया था। चुनाव में चिर प्रतिद्वंद्वी हीरा सोलंकी से हारने के बावजूद वह पद पर बने रहे।


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Content Writer

Yaspal

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