24 घंटों में 4 और लोगों की मौत... कोरोना के एक्टिव केस 5,000 से पार, इस शहर में धारा-163 लागू
punjabkesari.in Saturday, Jun 07, 2025 - 01:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में कोविड-19 संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में कोरोना के मरीजों की संख्या 5,000 से ऊपर पहुंच गई है। 5,364 मरीज कोविड उपचाराधीन हैं, जबकि पिछले 24 घंटे में चार मरीजों की कोरोना से मौत हुई है।
अस्पतालों में माॅक ड्रिल करने के निर्देश
सबसे अधिक मामलें केरल से सामने आए हैं। केरल के बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल और दिल्ली राज्य प्रमुख रूप से प्रभावित हैं। वहीं नोएडा में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए 7 जून से 9 जून तक धारा-163 लागू की गई है, जिसके तहत सार्वजनिक स्थानों पर जमा होना और धरना प्रदर्शन प्रतिबंधित रहेगा। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश दिए हैं कि वे कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर अस्पतालों में मॉक ड्रिल करें और ऑक्सीजन, बेड, वेंटिलेटर, तथा आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
दिल्ली- 30 नए मामले आए सामने
दिल्ली में बीते दिन 30 नए मामले दर्ज हुए, जिससे कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 592 हो गई है। हालांकि, राजधानी में हाल फिलहाल कोरोना से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है।
उत्तर प्रदेश- डॉक्टर समेत कुल 8 मरीज पाए गए कोरोना पॉजिटिव
उत्तर प्रदेश की राजधानी ने लखनऊ में भी कोविड-19 के मामले सामने आ रहे हैं, जहां सिविल अस्पताल के एक फिजिशियन डॉक्टर समेत कुल आठ मरीज पाए गए हैं।
नोएडा- 24 घंटे में 32 नए केस मिले
नोएडा में पिछले 24 घंटे में 32 नए केस दर्ज हुए, जिससे कुल मरीजों की संख्या 190 हो गई है। यहां कोविड से तीन महीने की एक बच्ची की मौत भी हुई है, जो दिल्ली के चाचा नेहरू अस्पताल में इलाजरत थी। इंदौर में भी 5 नए मामले सामने आए हैं, जिससे वहां कुल 40 संक्रमित हो चुके हैं।
कर्नाटक- अब तक 7 लोगों की मौत
कर्नाटक के दावणगेरे में कोरोना संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत हुई, जिससे राज्य में मरने वालों की संख्या सात हो गई। महाराष्ट्र में 114 नए मामले दर्ज हुए हैं, जबकि गुजरात में 119 नए संक्रमित पाए गए हैं। ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के मामूली मामले सामने आए हैं। देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकारें और स्वास्थ्य विभाग सतर्कता बरत रहे हैं ताकि इस महामारी की पुनः गंभीरता को रोका जा सके।