'मुख्यमंत्री बनने के लिए 4 करोड़ रुपये मांगे....', शाह और नड्डा के नाम पर करोड़ो का खेल
punjabkesari.in Tuesday, Feb 18, 2025 - 02:17 PM (IST)
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नेशनल डेस्क: हाल ही में मणिपुर और उत्तराखंड में बीजेपी के विधायकों को 'शाह और नड्डा' के नाम पर ठगी का शिकार होने की ख़बरें सामने आई हैं। ये धोखाधड़ी एक ऐसे व्यक्ति ने की, जिसने जय शाह और जेपी नड्डा का नाम लेकर विधायकों को फोन किए और उन्हें लुभाने के लिए कई आकर्षक प्रस्ताव दिए। इस घटना से जुड़ी कुछ प्रमुख बातें जानिए।
मणिपुर के विधायकों को एक अज्ञात नंबर से बार-बार कॉल आ रहे थे। इनमें से एक विधायक, थोकचोम सत्यव्रत सिंह, ने बताया कि उसे वॉट्सऐप पर एक कॉल आई, जिसमें उस व्यक्ति ने खुद को जय शाह बताया। उसने मुख्यमंत्री बनने के लिए 4 करोड़ रुपये की पेशकश की। जब विधायक ने उस नंबर पर वापस कॉल किया, तो उसने वही बात दोहराई, लेकिन सत्यव्रत सिंह ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। इस मामले में मणिपुर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 318(4) और 319(2) के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है और ठगों को जल्द ही पकड़ा जाएगा।
Manipur Police has received complaints about fraudulent calls from unknown individuals attempting to influence and mislead MLAs of the State Assembly by exploiting the ongoing political situation in the state. With regard to this, an FIR has been registered in Imphal PS and…
— Manipur Police (@manipur_police) February 15, 2025
उत्तराखंड में भी हुआ धोखाधड़ी का प्रयास
उत्तराखंड में भी ऐसी ही एक घटना सामने आई। हरिद्वार के भेल रानीपुर से बीजेपी विधायक आदेश चौहान को 14 फरवरी की रात 12:30 बजे एक व्यक्ति का फोन आया, जो खुद को जय शाह बता रहा था। इस व्यक्ति ने दावा किया कि अमित शाह व्यस्त हैं और उन्हें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बेटे हरीश नड्डा के साथ मिलकर काम करना होगा। साथ ही, पार्टी के लिए पांच लाख रुपये का चंदा मांगा गया। जब विधायक ने इस बारे में हरीश नड्डा से संपर्क किया, तो उन्होंने इस तरह की किसी भी मांग से इंकार किया। इसके बाद, जब ठग ने विधायक से फिर से संपर्क किया, तो उन्होंने जवाब दिया कि वे हरीश नड्डा से बात कर चुके हैं, जिसके बाद ठग ने कॉल काट दी।
इस धोखाधड़ी से क्या संकेत मिलते हैं?
इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि कुछ लोग राजनीतिक भ्रम और परिस्थितियों का फायदा उठाकर सत्ता और धन की लालच में लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं। मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने और उत्तराखंड में आगामी चुनावों को देखते हुए, धोखाधड़ी करने वालों ने विधायकों को भ्रमित करने की कोशिश की। ऐसे मामलों में पुलिस की त्वरित कार्रवाई से उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस की कार्रवाई
मणिपुर पुलिस ने इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, उत्तराखंड पुलिस भी इस मामले में गंभीरता से जांच कर रही है।