जमशेदपुर में बड़ा हादसा: जर्जर इमारत बनी काल, 3 मरीजों की मौत

punjabkesari.in Sunday, May 04, 2025 - 12:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क. झारखंड के जमशेदपुर स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (MGMMCH) में एक बड़ा हादसा हो गया। अस्पताल के मेडिसिन वार्ड की तीसरी मंजिल की बालकनी गिरने से तीन मरीजों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पूर्वी सिंहभूम की उपायुक्त (DC) अनन्या मित्तल ने बताया कि जब तीसरी मंजिल की बालकनी गिरी, तो मेडिसिन वार्ड में कम से कम 15 मरीज मौजूद थे। बालकनी गिरने से दूसरी मंजिल की छत और गलियारा भी क्षतिग्रस्त हो गया।

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 30 सदस्यीय टीम ने शनिवार रात करीब 11 बजे बचाव कार्य शुरू किया। एक अधिकारी ने बताया कि NDRF और दमकल कर्मियों को शवों को निकालने में 10 घंटे से अधिक समय लगा।

इस हादसे में 83 वर्षीय रेणुका देवी भी भर्ती थीं, जिनके साथ उनके 65 वर्षीय नेत्रहीन बेटे श्रीचंद तांती भी पेट की बीमारी का इलाज करा रहे थे। रेणुका देवी को समय रहते बचा लिया गया, लेकिन उनके बेटे को नहीं बचाया जा सका। NDRF टीम ने बाद में उनका शव बरामद किया। इसी तरह 50 वर्षीय सुनील कुमार भी बालकनी गिरने के समय MGMMCH के आपातकालीन वार्ड में इलाज करा रहे थे।

अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरके मंडान ने तीन शव बरामद होने की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतकों की पहचान डेविड जॉनसन (76), जो साकची के स्ट्रेट माइल रोड के निवासी थे। लुकास साइमन तिर्की (61) गोविंदपुर के गडरा के निवासी थे और श्रीचंद तांती (65) सरायकेला के निवासी के रूप में हुई है। सुनील कुमार (50) और रेणुका देवी (83) गंभीर रूप से घायल हैं। देवी को टाटा मेन हॉस्पिटल (TMH) में स्थानांतरित कर दिया गया है।

यह दुर्घटना शनिवार दोपहर करीब 3 बजे मेडिसिन वार्ड हॉल में एक सेमिनार समाप्त होने के तुरंत बाद हुई। मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. बलराम झा ने कहा- सभी डॉक्टर जा चुके थे और हमें दोपहर करीब 3:30 बजे मेडिसिन वार्ड की तीसरी मंजिल के गिरने की सूचना मिली।
मेडिसिन वार्ड का यह भवन 1960 में बना था और लंबे समय से जर्जर हालत में था। दीवारों और छत में अक्सर दरारें दिखाई देती थीं और वर्षों से प्लास्टर गिर रहा था।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर लिखा- "जमशेदपुर के MGMMCH में एक जर्जर इमारत का हिस्सा गिरना एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मरांग बुरु दिवंगत आत्माओं को शांति और संकट की इस घड़ी में परिवारों को शक्ति प्रदान करें। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी उच्च अधिकारियों के साथ जमशेदपुर गए हैं और उन्हें उचित कदम उठाने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता और घायलों को 50,000 रुपये प्रत्येक देने की घोषणा करते हुए कहा, "मैंने राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ पिछली रात MGMMCH का दौरा किया और स्थिति की समीक्षा की। NDRF और जिला प्रशासन बचाव कार्य में लगे हुए हैं। DC को उच्च स्तरीय जांच करने और एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।"

DC मित्तल ने बताया कि अतिरिक्त उपायुक्त (ADC) की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया गया है, जिसमें धालभूम के अनुमंडल पदाधिकारी (SDO), निर्माण विभाग के इंजीनियर और MGMMCH के प्राचार्य शामिल हैं। समिति को अगले 48 घंटों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।

जमशेदपुर (पूर्वी) के विधायक पूर्णिमा साहू दास ने सरकार की घोर लापरवाही और उदासीनता का आरोप लगाया। विधायक दास ने कहा, "स्वास्थ्य मंत्री ने कुछ हफ्ते पहले MGMMCH का दौरा किया था, क्या उन्होंने बी ब्लॉक में न केवल मेडिसिन विभाग बल्कि पूरे अस्पताल भवनों की जर्जर हालत नहीं देखी?"

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने राज्य सरकार को उसकी उदासीनता और लापरवाह रवैये के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने एक्स पर लिखा, "मृतकों और घायलों के प्रति मेरी संवेदनाएं। राज्य सरकार ऐसी जर्जर और कंडम इमारतों का सर्वेक्षण नहीं करेगी और दुर्घटनाओं के बाद जांच का आदेश देकर आज MGMMCH में हुई इस तरह की दुर्घटनाओं को लीपापोती करेगी। ऐसी अगली दुर्घटना का इंतजार है..."
 


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Content Editor

Parminder Kaur

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