भारत-पाक के बीच नया इतिहास रच गया 2018 साल, तल्ख मुद्दों पर छोड़ गया सवाल

punjabkesari.in Monday, Dec 24, 2018 - 03:46 PM (IST)

इस्लामाबादः वर्ष 2018  भारत- पाकिस्तान के रिश्तों में कुछ हद तक दरार मिटाने वाला साबित हुआ लेकिन कुछ तल्ख मुद्दों पर सवालिया निशान भी छोड़ गया। बीते सालों में  बेशक दोनों देशों में आतंकवाद को लेकर खटास व तनाव बढ़ता रहा लेकिन पाक में पीएमएल-एन तथा पीपीपी का वर्चस्व तोड़कर, क्रिकेट की दुनिया से राजनीति में आए इमरान खान ने सत्ता संभालते ही भारत के साथ संबंध सुधारने की पहल करते हुए करतारपुर गलियारा खोल दिया।
PunjabKesari
करतारपुर गलियारा  दोनों देशों के बीच जहां इतिहास रच गया वहीं संबंधों में सुधार के लिए भी नया रास्ता खोल गया  हालांकि साल 2016 में पाकिस्तान में बसे आतंकियों के हमलों के कारण भारत के साथ पड़ोसी देश के रिश्तों में आया तनाव इस बरस में भी बरकरार रहा। करतारपुर गलियारा खोलने की वजह से दोनों देशों के रिश्तों में सुधार की उम्मीद जगी है। उम्मीद है कि यह गलियारा अगले साल गुरु नानक देव की 550वीं जयंती से पहले पूरा हो जाएगा।
PunjabKesari
पाकिस्तानी विदेश मंत्राालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने इस संबंध में कहा, ‘‘करतारपुर ही एकमात्र पहल नहीं है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने सितंबर में अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कश्मीर सहित सभी मुद्दों के हल के लिए बातचीत की पेशकश भी की थी।’’ उन्होंने कहा ‘‘लेकिन न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा से अलग दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक भारत ने रद्द कर दी जिसके बाद हमारी पहल पर भी पानी फिर गया।’’
PunjabKesari
रक्षा विश्लेशक तलत मसूद ने बताया कि करतारपुर गलियारा विश्वास बहाली के लिए एक बेहतर पहल है। उन्होंने कहा, ‘‘इससे उत्पन्न खुशनुमा माहौल बनाए रखने के लिए और कदम उठाए जाने चाहिए।’’ पाकिस्तान ने भारत के नागरिक हामिद निहाल अंसारी को हालांकि छह साल बाद रिहा कर दिया लेकिन मौत की सजा का सामना कर रहे कुलभूषण जाधव को लेकर उसका रुख नरम नहीं हुआ।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Tanuja

Recommended News

Related News