ट्रंप का बड़ा वार, 1 अक्टूबर से दवा आयात पर 100% टैरिफ… भारत ने दिया करारा जवाब
punjabkesari.in Friday, Sep 26, 2025 - 02:15 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दवा आयात पर 100% टैरिफ लगाने का आदेश जारी कर दिया है। यह फैसला 1 अक्टूबर से लागू होगा और इसके बाद वैश्विक फार्मा उद्योग में भूचाल आ गया है। लेकिन भारतीय फार्मा उद्योग का दावा है कि इसका बड़ा असर भारत पर नहीं दिखेगा।
भारत की प्रतिक्रिया
फार्मा एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (Pharmexcil) ने साफ कहा कि यह टैरिफ भारतीय कंपनियों के लिए बाधा नहीं बनेगा। बता दें कि भारतीय जेनेरिक दवाएं अमेरिका को हर साल लगभग 200 अरब डॉलर की लागत बचत कराती हैं। इसी वजह से वहां भारतीय दवाओं की मांग बरकरार रहेगी।
उद्योग जगत की आवाज
फार्मेक्सिल अध्यक्ष नमित जोशी ने कहा, "भारत अमेरिका की लगभग 47 प्रतिशत दवा आवश्यकताओं की आपूर्ति करता है। हमारी ताकत जेनेरिक दवाओं में है और यह टैरिफ उनका रास्ता नहीं रोक पाएगा।" भारतीय फार्मास्युटिकल एलायंस के महासचिव सुदर्शन जैन ने जोड़ा, "कार्यकारी आदेश केवल पेटेंट या ब्रांडेड दवाओं को लेकर है। जेनेरिक निर्यात पूरी तरह अप्रभावित रहेगा।"
पिछले 10 वर्षों से अमेरिका भारतीय जेनेरिक दवाओं पर निर्भर है। वहां पहले से ही कई भारतीय कंपनियों की मैन्युफैक्चरिंग और रीपैकेजिंग यूनिट्स मौजूद हैं। हालांकि ट्रंप ने चेतावनी दी है कि जिन कंपनियों के पास 1 अक्टूबर तक अमेरिकी यूनिट्स नहीं होंगी, उन्हें टैरिफ झेलना पड़ेगा।
भारत के लिए आगे का रास्ता
एनटोड फार्मास्युटिकल्स के सीईओ निखिल मसुरकर का कहना है, "भारत की ताकत पेटेंटेड दवाओं में नहीं, बल्कि सस्ती जेनेरिक सप्लाई में है। यही हमें अमेरिकी बाजार में टिकाए रखेगी।" हालांकि विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि भारत को थोक दवाओं और एपीआई में अपनी लागत-कुशलता और मजबूत करनी होगी और नए बाजार तलाशने होंगे।