जानिए, सितम्बर महीने में आएंगे कब कौन से व्रत-त्यौहार आदि

punjabkesari.in Wednesday, Aug 31, 2016 - 08:06 AM (IST)

1 सितम्बर वीरवार : स्नान दान आदि की भाद्रप्रद की अमावस, कुशोत्पाटिनी अमावस, पिठौरी अमावस लोहार्गल यात्रा (स्नान आदि), मेला बाबा सुथरेशाह जी (दिल्ली), रानी सती मेला झुंझंनू (राजस्थान); 2 शुक्रवार : भाद्रप्रद शुक्ल पक्ष प्रारंभ, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रथम प्रकाश (प्राचीन परम्परा अनुसार); 3 शनिवार : चंद्र दर्शन ; 4 रविवार : हरि तालिका तृतीया, गौरी तृतीया, श्री वाराह अवतार जयंती, सामवेदि उपाकर्म, मुसलमानी महीना जिल्हिका शुरू, श्री गुरु रामदास जी का ज्योति ज्योत समाए दिवस; 5 सोमवार : सिद्धि विनायक श्री गणेश चतुर्थी व्रत, कलंक चौथ (पत्थर चौथ) नोट : आज चंद्रमा न देखें (चंद्र दर्शन निषिद्ध है, चन्द्रमा रात 9 बजकर 8 मिनट पर अस्त होगा) श्री गणेश जन्म महोत्सव (गणेश जी की उत्पत्ति), गणपति विसर्जन महोत्सव प्रारंभ (महाराष्ट्र), मेला महासु (सिरमौर) एवं गणपति उत्सव मेला मंडी (हिमाचल), सर्वपल्ली डा. राधा कृष्णन जी की जयंती, शिक्षक दिवस, हरि तालिका चतुर्थी व्रत; 6 मंगलवार : ऋषि पंचमी, श्री दंडी स्वामी जी महाराज श्री शंकराश्रम जी महाराज का निर्वाण दिवस (लुधियाना), संवत्सरी महापर्व (जैन), मेला पात (भद्रवाह, जम्मू-कश्मीर); 7 बुधवार : सूर्य षष्ठी व्रत (इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है)। बलदेव छठ (पलवल, हरियाणा), यात्रा श्री मणि महेश जी (हड़सर, चम्बा);  8 वीरवार : मुक्ता भरण सप्तमी, संतान सप्तमी, 16 दिनों के श्री महालक्ष्मी व्रत प्रारंभ (सप्तमी तिथि); 9 शुक्रवार : श्री महालक्ष्मी व्रत प्रारंभ (अष्टमी तिथि), श्री दधीचि जयंती, श्री राधा अष्टमी, श्री राधा रानी जी की जयंती, श्री दुर्गा अष्टमी व्रत; 10 शनिवार : श्री चंद नवमी, अदुख नवमी, श्री चंद जी महाराज की जयंती (उदासीन संप्रदाय), श्री भागवत सप्ताह कथा का शुभारंभ, मेला गुग्गा माड़ी-सुबाथु (सोलन, हिमाचल), आचार्य श्री तुलसी जी का पट्टारोहण (जैन); 11 रविवार : सायं 5 बजकर 5 मिनट पर गुरु (तारा) पश्चिम में अस्त और 7 अक्तूबर को उदय होगा; 13 मंगलवार : पदमा एकादशी व्रत, फूल डोल महोत्सव, जल झूलनी मेला श्री चारभुजा नाथ (गढ़वोर, मेवाड़, राजस्थान), श्री वामन अवतार जयंती वामन द्वादशी, श्रवण द्वादशी, दशमहाविद्या श्री भुवनेश्वरी जयंती, मेला श्री वामन द्वादशी (अम्बाला व पटियाला), ईदुलजुहा (बकरीद) मुस्लिम पर्व, ओणम् पर्व (केरल); 14 बुधवार : प्रदोष व्रत, रात 9 बजकर 44 मिनट पर पंचक प्रारंभ, आचार्य भिक्षु निर्वाण दिवस (जैन), छपार मेला मालेरकोटला (पंजाब), ङ्क्षहदी दिवस; 15 वीरवार :  अनंत चतुर्दशी व्रत, अनंत चौदश मेला बाबा सोढल जी (जालंधर, पंजाब), कदली व्रत; 16 शुक्रवार : श्री सत्य नारायण व्रत, स्नान दान आदि की भाद्रपद  की पूर्णिमा, सायं 6 बजकर 35 मिनट पर सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करेगा, कन्या संक्राति एवं आश्विन महीना प्रारंभ, संक्रांति का पुण्यकाल दोपहर 12  बजकर 11 मिनट के बाद, प्रौष्ठपदी पूर्णिमा एवं पूर्णिमा का श्राद्ध), मेला श्री गोइंदवाल साहिब तरनतारन, गुग्गापीर (लुधियाना), श्री गुरु अमरदास जी का ज्योति ज्योत समाए दिवस (प्राचीन परम्परा अनुसार); 17 शनिवार : आश्विन कृष्ण पक्ष प्रारंभ, महालय (पितृ पक्ष) श्राद्ध पक्ष प्रारंभ, प्रतिपदा (एकम) का श्राद्ध; 18 रविवार : द्वितीया (दूज) का श्राद्ध, मध्यरात्रि 12 बजकर 55 मिनट पर पंचक समाप्त; 19 सोमवार : संकट नाशक (संकष्टी) श्री गणेश चतुर्थी व्रत, चंद्रमा रात 8 बजकर 32 मिनट पर उदय होगा, तृतीया (तीज) एवं चतुर्थी (चौथ) का श्राद्ध अपराहन काल लगभग 1.34 से सायं 4 बजे तक में करें; 20 मंगलवार : पंचमी तिथि का श्राद्ध, भरणी श्राद्ध; 21 बुधवार : चंद्र षष्ठी व्रत, षष्ठी (छठ) तिथि का श्राद्ध, श्री स्वामी नारायण समाधि दिवस (दक्षिण भारत); 22 वीरवार : सप्तमी तिथि का श्राद्ध, सूर्य ‘सायण’ तुला राशि में प्रवेश करेगा, दक्षिण गोल प्रारंभ, विषुव दिवस;  श्री महालक्ष्मी व्रत समाप्त (सप्तमी तिथि); 23 शुक्रवार : अष्टमी तिथि का श्राद्ध, श्री महालक्ष्मी व्रत समाप्त (अष्टमी तिथि में), जीवित्पुत्रिका व्रत, राष्ट्रीय माह आश्विन प्रारंभ, मासिक काल अष्टमी व्रत; 24 शनिवार : नवमी का श्राद्ध, सौभाग्यवती मृत स्त्रियों का श्राद्ध, मातृ नवमीं; 25 रविवार : दशमी का श्राद्ध, रब्बीनूर पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी का ज्योति ज्योत समाए दिवस; 26 सोमवार : इन्दिरा एकादशी व्रत, एकादशी का श्राद्ध; 27 मंगलवार : संन्यासियों का एवं द्वादशी  तिथि का श्राद्ध, गजच्छाया योग आधी रात बाद 1 बजकर 34 मिनट से; 28 बुधवार : प्रदोष व्रत, त्रयोदशी का श्राद्ध, गजच्छाया योग सायं 5 बजकर 25 मिनट तक है, मघा श्राद्ध, सरदार भगत सिंह जी की जयंती; 29 वीरवार : मासिक शिवरात्रि व्रत, जल-अग्नि-शस्त्र (हथियार)-विष-दुर्घटना आदि में मृतकों का श्राद्ध, मेला श्री आशापति मात्र्तण्ड (जम्मू-कश्मीर); 30 सितम्बर शुक्रवार : स्नान दान आदि की आश्विन की अमावस चतुर्दशी (चौदश) का एवं अमावस का श्राद्ध, सर्वपितृ (सब पित्तरों का) श्राद्ध, अज्ञात तिथि वालों का (जिनकी तिथि का पता नहीं, उनका) श्राद्ध आज करना चाहिए, पितृ विसर्जन (इस दिन गौ ग्रास-पीपल पर जल-तिल अर्पण करना शुभ होता है) एवं सायंकाल में घर के बाहर दीप प्रज्जवलित करके श्रद्धा के साथ पितृ-विसर्जन करना चाहिए। पितृ पक्ष (श्राद्ध पक्ष) एवं महालया पक्ष समाप्त।

  —पं. कुलदीप शर्मा, 15 रणजीत नगर, स्ट्रीट नं. 1, पुडा आफिस के सामने, अजीत सिंह आरे वाली गली, फिरोजपुर रोड, लुधियाना 


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