सौम्या ने संभाली डब्ल्यू.एच.ओ. की कमान

punjabkesari.in Monday, Dec 04, 2017 - 03:41 AM (IST)

केन्द्र सरकार ने जेनेवा में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच. ओ.) के महानिदेशक, प्रोग्राम्स पद का कार्यभार संभालने के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आई.सी.एम.आर.) की प्रमुख सौम्या स्वामीनाथन की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ए.सी.सी.) ने यह फैसला लिया। समिति ने स्वामीनाथन के प्रतिनियुक्ति कार्यकाल में कटौती को मंजूरी दी, जोकि सचिव, स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के तौर पर भी कार्यरत हैं। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पिछले महीने की शुरूआत में डिप्टी डायरैक्टर जनरल, प्रोग्राम्स के रूप में स्वामीनाथन की नियुक्ति की घोषणा की गई थी। सरकार को अब उनका उत्तराधिकारी ढूंढना है। सूत्रों के अनुसार, इसने कैबिनेट सचिव पी.के. की अध्यक्षता में एक पैनल की स्थापना की है। स्वामीनाथन के उत्तराधिकारी की पहचान करने के लिए सिन्हा खोज समिति के अन्य सदस्यों में पी.के. मिश्रा, प्रधानमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव, प्रो.पी. बालाराम, पूर्व निदेशक, भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरू, टी. रामसामी, पूर्व सचिव, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और पी.एन. टंडन, एमेरिटस प्रोफैसर, न्यूरोसर्जरी, एम्स शामिल हैं। 

दिल्ली से श्रीनगर के बीच बढ़ता आना-जाना: जम्मू एवं कश्मीर काडर के बाबुओं की भीड़ दिल्ली में बढ़ती जा रही है। धीरज गुप्ता, प्रधान सचिव ऊर्जा विकास विभाग, जम्मू-कश्मीर, को रिलीव किए जाने के सिर्फ 3 दिनों के बाद ही संदीप के. नायक, प्रमुख सचिव, कृषि उत्पादन विभाग भी एक और प्रतिनियुक्ति पर केन्द्र में जा रहे हैं। नायक को केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के प्रबंध निदेशक के रूप में तैनात किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि केन्द्र में अपनी नियुक्तियों के चलते तो लगता है कि नायक नई दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के बीच शटलिंग डक बन कर रह गए हैं। 

इस बीच, गुप्ता को अचानक ही प्रधान सचिव पी.डी.डी. के रूप में हटा दिया गया, जम्मू-कश्मीर से रिलीव कर दिया गया और प्रिंसीपल सचिव, संयोजन,रैजीडैंट कमीशन, नई दिल्ली के पद पर तैनात कर दिया गया, जिसमें पहले से ही 3 वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारियों के चलते काफी भीड़ है। जाहिर है जम्मू-कश्मीर कैडर के 11 वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर पहले से ही हैं। इनमें बी.आर. शर्मा, अतिरिक्त सचिव, गृह मंत्रालय, सुरेश कुमार, अतिरिक्त सचिव, कोयला मंत्रालय, सुधांशु पांडे, संयुक्त सचिव, वाणिज्य विभाग और मनदीप कौर आदि शामिल हैं। 

काडर की ताकत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गृह राज्य से अपनी पसंद के बाबुओं को दिल्ली में लाकर एक तरह से ‘गुजरात क्लब’ बना दिया है, जोकि गुजरात काडर के बाबुओं का एक विशेष समूह है, जो प्रधानमंत्री का भरोसेमंद होने के साथ उनकी निकटता का भी विशेष लाभ लेता है और अन्य के मुकाबले उनकी प्रधानमंत्री कार्यालय (पी.एम.ओ.) तक आसान पहुंच है। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही ‘गुजरात क्लब’ में एक और सदस्य की आमद होने वाली है। संकेत हैं कि अनिल मुकिम, अतिरिक्त मुख्य सचिव, गुजरात सरकार को भी केन्द्र में तबादला कर भेजा जा रहा है और काफी संभावना है कि उन्हें कोई महत्वपूर्ण पद दिया जाएगा। 

यदि उनके संभावित तबादले को लेकर लगाई जा रही अटकलें सही हैं तो मुकिम भी गुजरात काडर के अधिकारियों के पथ पर चलेंगे, जिन्हें दिल्ली में शक्तिशाली पदों पर स्थापित किया गया है। वे प्रधानमंत्री के अतिरिक्त सचिव पी.के. मिश्रा, वित्त सचिव हसमुख अधिया, मुख्य चुनाव आयुक्त ए.के. ज्योति, सी.बी.आई. के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना, वाणिज्य सचिव रीता तेवतिया, जल संसाधन सचिव अमरजीत सिंह, प्रधानमंत्री के निजी सचिव राजीव टोपनो, प्रधानमंत्री के ओ.एस.डी. संजय भवसर, सी.बी.आई. के संयुक्त निदेशक ए.के. शर्मा, जो प्रमुख लोक नीति प्रभाग के प्रभारी हैं, राष्ट्रपति के संयुक्त सचिव भरत लाल और महानिदेशक, हाइड्रोकार्बन अतानू चक्रवर्ती इस विशिष्ट गुजरात क्लब के नए सदस्य होंगे।-दिलीप चेरियन


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