गुजरात चुनाव: कांग्रेस नए सहयोगियों के जरिए पाटना चाहती है 9% मतों का अंतर

punjabkesari.in Saturday, Dec 02, 2017 - 08:54 PM (IST)

राजकोट: गुजरात में होने वाले चुनावों के लिए कांग्रेस अपने उपाध्यक्ष राहुल गांधी के प्रचार का सहारा ले रही है साथ ही जातिगत नेताओं के सहारे उन नौ प्रतिशत मतों के अंतर को पाटने की कोशिश में लगी है जिनसे भाजपा पिछले चुनाव में विजई रही थी।

वहीं दूसरी ओर दो दशक से गुजरात की सत्ता पर काबिज भगवा पार्टी को न केवल विश्वास है कि वह 2012 के अपने पुराने आधार को बरकरार रखने रखने में सफल होगी, बल्कि वह अपना वोट आधार भी बढ़ा रही है। गुजरात में दो चरण में नौ और 14 दिसंबर को मतदान होना है। मतगणना 18 दिसंबर को होगी। कांग्रेस को उम्मीद है कि राहुल की रैलियों में उमडऩे वाली भीड़ उनके पक्ष में मतदान करेगी साथ ही नए स्थानीय सहयोगियों से पार्टी को अतिरिक्त सहायता मिलेगी।

ये सहयोगी हैं-पाटीदार कोटा आंदोलन के हाॢदक पटेल, ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर और दलित कार्यकर्ता जिग्नेश मेवानी। ठाकोर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं वहीं पटेल ने मुख्य विपक्षी पार्टी को समर्थन देने की घोषणा की है। चुनाव आयोग के 2012 के गुजरात चुनाव के आकड़ों के अनुसार उस वक्त भाजपा को 47.85 प्रतिशत मत मिले थे वहीं कांग्रेस को 38.93 प्रतिशत मत मिले थे। दोनों पार्टियों के बीच 8.92 प्रतिशत मतों का अंतर था।

वर्तमान मतदाता सूची के अनुसार गुजरात में 4.35 करोड़ मतदाता हैं। गुजरात कांग्रेस प्रदेश कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष कुवंरजीभाई बवालिया के अनुसार इस बार पार्टी भाजपा को कांटे की टक्कर दे रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा अपना प्रचार,हार्दिक पटेल की पाटीदार समुदाय में स्वीकार्यता और ओबीसी तथा दलितों में अल्पेश और जिग्नेश का प्रभाव, ये सब कड़ी चुनौती पेश करेंगे। लेकिन भाजपा कांग्रेस के दावे को मानने के लिए राजी नहीं है। गुजरात भाजपा के प्रवक्ता हरशद पटेल ने कहा, ‘‘2012 के चुनाव के बाद 2014 में आम चुनाव हुए जिसमें अनेक विधानसभाओं में भाजपा को बड़ी विजय मिली थी।’’  


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