खतरे की घंटी ! चीनी राष्ट्रपति शी ने मिसाइल फोर्स का किया निरीक्षण, सैनिकों से किया खास आह्वान
punjabkesari.in Saturday, Oct 19, 2024 - 07:01 PM (IST)
Bejing: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना के सामरिक मिसाइल फोर्स की एक ब्रिगेड का निरीक्षण किया है, जिसमें भ्रष्टाचार को लेकर हाल के वर्षों में बड़े पैमाने पर अधिकारियों की छंटनी की गई थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति शी जिनपिंग का ये कदम खतरे की घंटी माना जा रहा है । सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, शी ने बृहस्पतिवार को हेफेई में चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के रॉकेट फोर्स का दौरा किया, जो परमाणु हथियारों सहित मिसाइलों का संचालन करने वाली सेना की एक प्रमुख इकाई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने सामरिक मिसाइल सैनिकों से अपनी प्रतिरोधक क्षमता और लड़ाकू क्षमताओं को मजबूत करने तथा चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) और जनता द्वारा सौंपे गए कार्यों को दृढ़ता से पूरा करने का आग्रह किया।
रॉकेट फोर्स को 2015 में शी द्वारा सैन्य पुनर्गठन के तहत स्थापित किया गया था। यह सेना में चलाए जा रहे भ्रष्टाचार रोधी अभियान के केंद्र में रही है। सत्तारूढ़ सीपीसी का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रपति पद पर आसीन शी (71) चीनी सेना के समग्र उच्च कमान, केंद्रीय सैन्य आयोग (CMC) के भी प्रमुख हैं। लंबी और छोटी दूरी की मिसाइलों का संचालन करने वाली रॉकेट फोर्स का उनका दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि हाल के वर्षों में इस प्रमुख सैन्य इकाई में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाया गया है। पूर्व रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू सहित इसके कई अधिकारियों को कथित भ्रष्टाचार के कारण बर्खास्त कर दिया गया था। जनरल ली शांगफू, रक्षा मंत्री के रूप में पदोन्नत किये जाने से पहले रॉकेट फोर्स के प्रमुख थे। उन्हें बाद में बर्खास्त कर दिया गया था।
उनके उत्तराधिकारी जनरल ली युचाओ, जिन्होंने 2022 में इसके कमांडर की भूमिका संभाली, को भी भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद पद से हटा दिया गया था। इस साल जुलाई में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने रॉकेट फोर्स के प्रमुख जनरल सन जिनमिंग के खिलाफ भ्रष्टाचार रोधी जांच की घोषणा की थी। पिछले साल से पीएलए की रॉकेट फोर्स के कम से कम सात पूर्व या सेवारत वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को भ्रष्टाचार रोधी जांच का सामना करना पड़ा है। पूर्व रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही, जिन्होंने रॉकेट फोर्स की स्थापना से लेकर 2017 तक इसका नेतृत्व किया और बाद में 2018 से 2023 तक देश के रक्षा मंत्री के रूप में सेवा दी, को भी हाल ही में भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।