इस देश की राजधानी में बसा अन्य देश, आर्मी में कुल 10 सैनिक व नौसेना में 5 नावें

punjabkesari.in Monday, Oct 22, 2018 - 11:09 AM (IST)

लंदनः  किसी देश के अंदर देश बनने का एक अनोेखा मामला सामने आया है। दरअसल हर देश के अंदर राज्य, जिले और शहर होते हैं, लेकिन यूरोपीय देश लिथुआनिया की राजधानी विलनियस में एक वर्ग किलोमीटर से कम के दायरे में एक अन्य देश उजुपिस बसा है, जिसने खुद को रिपब्लिक घोषित कर रखा है। उसका अपना राष्ट्रपति, सरकार, संविधान और मुद्रा है।उजुपिस की एक नौसेना भी है, जिसमें महज 4-5 नावें हैं। किसी मोहल्ले जितने बड़े इस देश की इस आर्मी में महज 10 सैनिक हैं। उजुपिस में सोवियत युग जैसा आर्किटेक्चर है। 1990 के दशक में सोवियत संघ के विघटन के बाद भी विलनियस में उस दौर की कई मूर्तियां लगी थीं।
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1995 में स्थानीय कलाकारों के ग्रुप ने एक स्तंभ से सोवियत मूर्ति हटाकर अमेरिकी रॉकस्टार फ्रेंक जापा की मूर्ति लगा दी। इसे आजादी का प्रतीक माना गया और लोगों ने लोकतंत्र की मांग कर डाली। 1 अप्रैल, 1997 को उजुपिस ने लिथुआनिया से आजादी का ऐलान कर दिया। अभी तक किसी भी देश ने उजुपिस को आधिकारिक देश का दर्जा नहीं दिया है, लेकिन विलनियस समेत पूरे लिथुआनिया में इस पर गर्व किया जाता है।
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लिथुआनिया में उजुपिस का मतलब नदी के पार होता है। उजुनिस को विलनील नदी बाकी लिथुआनिया से अलग करती है। एक अप्रैल को उजुपिस अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। अमूमन लोग नदी पर बने पुल को पार कर देश में दाखिल होते हैं। स्वतंत्रता दिवस पर आने वाले लोगों को पुल पार होने के बाद पासपोर्ट पर सील लगवानी पड़ती है। बाकी दिनों में सीमा पर कोई सुरक्षा गार्ड नहीं होता। देश के संविधान का कई भाषाओं में अनुवाद भी हो चुका है।
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उजुपिस के संस्थापकों में यहां के विदेश मंत्री टॉमस सिपैटिस भी रहे हैं। टॉमस के मुताबिक, "हमारे देश की स्थापना अरस्तू की फिलॉसफी पर हुई है। उन्होंने कहा था कि किसी भी महान देश में वहां रहने वाले लोग की संख्या 5 हजार से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, क्योंकि इंसान का दिमाग ज्यादा लोगों को याद नहीं रख सकता। जब देश में कम लोग रहेंगे तो धोखाधड़ी की संभावना नहीं रहेगी।''


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Tanuja

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