ISIS में शामिल होने के लिए भागी ब्रिटिश युवती नागरिकता की कानूनी लड़ाई हारी

punjabkesari.in Sunday, Feb 09, 2020 - 12:15 PM (IST)

लंदनः चार साल पहले घर से इस्लामिक स्टेट संगठन (ISIS) में शामिल होने के लिए भागी जिहादी दुल्हन बांग्लादेशी मूल की युवती शमीमा बेगम  अपनी नागरिकता बरकरार रखने की कानून लड़ाई हार गई। शमीमा की नागरिकता राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर निरस्त कर दी गई थी। इससे पहले  ब्रिटेन ने एकसाल पहले फरवरी2019 में शमीमा बेगम (20 ) की नागरिकता रद्द कर दी थी।तब शमीमा ने इसे नाइंसाफी बताया था। सीरिया के एक शरणार्थी शिविर में अपने तीसरे बच्चे को जन्म देने वाली शमीमा ने ब्रिटेन लौटने की इच्छा जताई थी। इसके बाद उसकी वापसी को लेकर ब्रिटेन में बहस छिड़ गई थी।

 

बतादेंकि पूर्वी लंदन के एक स्कूल पढ़ने वाली तीन छात्राएं 2015 में सीरिया भाग गई थीं, शमीमा भी उन्हीं में से एक थी। वह पिछले साल सीरिया में एक शरणार्थी शिविर में मिली थी और उसने घर वापस लौटने की इच्छा जताई थी। ब्रिटेन के होम सेक्रटरी साजिद जाविद ने शमीमा की नागरिकता निरस्त कर दी थी, लेकिन शमीमा ने इस फैसले को विशेष आव्रजन अपील आयोग में चुनौती दी थी। शमीमा की दलील थी कि वह किसी और देश की नागरिक नहीं है और जाविद के फैसले से वह राज्यविहीन हो गई है। हालांकि आयोग ने शुक्रवार को जाविद के पक्ष में फैसला सुनाया।


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Tanuja

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