Donald Trump: ईरान को शांति के रास्ते पर आ जाए, अगली बार हमला और भी बड़ा होगा- डोनाल्ड ट्रंप का कड़ा संदेश
punjabkesari.in Sunday, Jun 22, 2025 - 08:00 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पश्चिम एशिया में जारी तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र के नाम संबोधन में ईरान को सीधी चेतावनी दी है। ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका द्वारा किए गए हवाई हमलों के बाद ट्रंप ने कहा कि "अब समय है कि ईरान युद्ध की राह छोड़कर शांति का रास्ता अपनाए।" ईरान में या तो शांति होगी या फिर त्रासदी।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर सफल सैन्य हमलों के बाद देशवासियों को संबोधित करते हुए ईरान को कड़े शब्दों में चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि "ईरान पिछले 40 वर्षों से दुनिया को धमकाता आ रहा था, लेकिन अब वक्त आ गया है कि वह शांति का रास्ता अपनाए।"
सबसे कठिन टारगेट, सबसे बड़ी सफलता
ट्रंप ने अपने भाषण में खुलासा किया कि अमेरिकी सेना ने ईरान में "सबसे कठिन और संवेदनशील टारगेट" को निशाना बनाया और यह ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा। उन्होंने बताया कि हमलों में फोर्डो, नतांज और एस्फाहान जैसे प्रमुख परमाणु संवर्धन ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया है। हमारा उद्देश्य ईरान की परमाणु संवर्धन क्षमता को खत्म करना था, और हम इसमें सफल हुए हैं। ये ठिकाने अब दुनिया के लिए खतरा नहीं हैं, ट्रंप ने कहा।
दुनिया की कोई सेना ऐसा नहीं कर सकती अमेरिकी सेना की प्रशंसा करते हुए ट्रंप ने कहा, "दुनिया में कोई दूसरी सेना नहीं है जो इतनी सटीकता और ताकत से ऐसी कार्रवाई कर सके।" उन्होंने इस ऑपरेशन को "शानदार सैन्य सफलता" बताया और इसे अमेरिकी सेना की क्षमता का प्रमाण बताया।
आतंकवाद का गढ़ बन चुका था ईरान: ट्रंप
राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह देश दुनिया में आतंकवाद का नंबर एक प्रायोजक बन चुका था और उसके परमाणु कार्यक्रम से वैश्विक शांति को गंभीर खतरा था। "उन्होंने हमारे लोगों को मारा है, उनके हाथ-पैर उड़ाए हैं। कासिम सुलेमानी ने कई निर्दोषों की जान ली थी। मैंने बहुत पहले ही तय कर लिया था कि अब यह नहीं चलेगा," ट्रंप ने भावुक होकर कहा।
चेतावनी – अगली बार हमला और भी बड़ा होगा
ट्रंप ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वह अभी भी नहीं सुधरता और क्षेत्र में शांति की ओर नहीं बढ़ता, तो आने वाले हमले इससे भी बड़े होंगे। उन्होंने जोर देकर कहा, अब समय है कि ईरान यह समझे कि ताकत के सामने झुकना कमजोरी नहीं, समझदारी है। शांति का मार्ग ही आगे का रास्ता है।
बता दें कि इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया ट्रुथ पर पोस्ट कर कहा, “मैं शाम 10:00 बजे राष्ट्र के नाम संबोधित करूंगा … यह अमेरिका, इजराइल और पूरे विश्व का ऐतिहासिक क्षण है। ईरान को अब मानना पड़ेगा कि युद्ध खत्म करना होगा। धन्यवाद!” साथ ही उन्होंने एक स्क्रीनशॉट साझा किया जिसमें लिखा था – “Fordow is gone.” यानी Fordow साइट पूरी तरह ध्वस्त कर दी गई है।
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 22, 2025
अमेरिकी कार्रवाई पर इज़राइल की प्रतिक्रिया
वहीं, इज़राइल के प्रधानमंत्री का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा –"शांति ताकत से आती है, कमजोरी से नहीं।" अमेरिका द्वारा ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों – फोर्डो, नतांज और एस्फाहान – पर बंकर बस्टर बमों से हमला करने के बाद इज़राइल ने इस कदम को "साहसिक और आवश्यक" बताया। प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने एक आधिकारिक बयान में कहा: “हम जानते हैं कि शांति केवल तब आती है जब आपके पास अपनी रक्षा करने की ताकत हो। अमेरिका ने दिखा दिया है कि वह केवल शब्दों से नहीं, बल्कि कार्रवाई से जवाब देता है।”
हमला किसने किया:
रॉयटर्स की खबर के अनुसार, इस हमले में B-2 स्टेल्थ बॉम्बर विमान का उपयोग हुआ।
संबोधन से पहले की प्रमुख घटनाएं
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सशस्त्र कार्रवाई की घोषणा:
ट्रंप ने कहा था कि केवल अमेरिका ही ऐसी कार्रवाई कर सकता है; "अब शांति का समय है"। -
तीन परमाणु केंद्र निशाने पर:
– Fordow, Natanz और Isfahan को निशाना बनाया गया; Fordow को विशेष रूप से "पूरा पेलोड" गिराया गया।
– हमला तब हुआ जब ट्रंप ने अमेरिका की कार्रवाई को इज़राइल का समर्थन करार दिया था — B-2 विमानों को गुआम भेजा गया।