किम जोंग को सिंगापुर में हत्या का डर, बचने के लिए किए ये खास इंतजाम
punjabkesari.in Monday, Jun 11, 2018 - 06:21 PM (IST)
सिंगापुरः उत्तर कोरियाई तानाशाह अपनी सुरक्षा को लेकर दुनिया के अन्य तानाशाहों के मुकाबले कहीं ज्यादा सतर्क रहते हैं। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ ऐतिहासिक मुलाकात के लिए उत्तर कोरिया के किंग किम जोंग उन 10 जून को अपने लाव-लश्कर के साथ सिंगापुर पहुंचे जिससे लगता है कि उन्हें यहां भी शायद अपनी हत्या का डर सता रहा है। किम भी अपने पूर्वजों से अलग नहीं हैं। सिंगापुर की यात्रा के समय उन्होंने सुरक्षा को लेकर अतिसक्रियता दिखाई।
इस दौरान प्योंगयांग की सुरक्षा एजेंसियों ने पहले दो खाली विमानों को सिंगापुर भिजवाया था, ताकि किसी भी तरह के हमले का पहले ही पता लगाया जा सके। तीसरे विमान से मार्शल ने सिंगापुर की जमीन पर कदम रखा था। बता दें कि उत्तर कोरियाई शासकों को मार्शल के नाम से जाना जाता है। किम जोंग उन एयर चाइना के विमान से किम की सुरक्षा को लेकर बरती जाने वाली सतर्कता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उनकी काले रंग की लिमोजिन कार के साथ 20 से ज्यादा वाहनों का काफिला था। इन सभी कारों में सुरक्षा एजेंसियों के जवान सवार थे, ताकि किसी भी तरह के हमले को नाकाम किया जा सके।
इसके अलावा किम के साथ उनके रनिंग बॉडीगार्ड्स भी थे। ये अंगरक्षक उनकी कार के साथ-साथ जॉगिंग स्टाइल में चल रहे थे। किम के विमान के सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट पर लैंड करने के साथ ही उनका रनिंग बॉडीगार्ड भी हरकत में आ गए थे। ये अंगरक्षक सेंट रेजिस हॉटल तक उनकी कार के साथ-साथ गए थे। रनिंग बॉडीगार्ड सूट-बूट में थे। उनके काफिले में सुरक्षाबलों के वाहनों के अलावा एक एंबुलैंस भी था।
किम जोंग उन ने अपनी पहली विदेश यात्रा की शुरुआत चीन से की थी। वह विशेष ट्रेन से चीन पहुंचे थे। बीजिंग यात्रा के दौरान भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। उनकी इस यात्रा के बारे में किसी को कानों-कान खबर नहीं हुई थी। वर्ष 2011 में उत्तर कोरिया की सत्ता संभालने के बाद किम पहली बार देश से बाहर निकले थे। वह तीन दिनों तक बीजिंग में रुके थे। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। इसके बाद किम दक्षिण कोरिया गए थे। उनकी इस यात्रा के दौरान उनका रनिंग बॉडीगार्ड चर्चा में आया था। अप्रैल मेंं सीमा पार करते समय उनके रनिंग बॉडीगार्ड उन्हें सुरक्षा घेरे में लेकर चल रहे थे। किम उत्तर कोरिया के पहले नेता थे, जिन्होंने दक्षिण कोरिया की यात्रा की थी।