ट्रंप का दावाः टैरिफ धमकी के बाद टूट गया भारत समेत 5 देशों वाला BRICS समूह !
punjabkesari.in Saturday, Feb 22, 2025 - 02:20 PM (IST)
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Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि BRICS, यानी भारत, ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका का समूह अब टूट चुका है। ट्रंप का कहना है कि यह टूटने का कारण उनके द्वारा ब्रिक्स देशों को अधिक टैरिफ लगाने की धमकी दी गई थी। हालांकि, इस दावे के बाद भी किसी BRICS राष्ट्र ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
ट्रंप का दावा और धमकी
ट्रंप लंबे समय से BRICS देशों पर धमकी दे रहे हैं कि यदि वे डॉलर का विरोध करते हुए एक साझा मुद्रा अपनाते हैं, तो उन्हें अमेरिका की ओर से 100 प्रतिशत टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। ट्रंप ने कहा कि 150 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी के बाद BRICS देशों ने "अलग होने" का फैसला किया। उनका यह बयान विशेष रूप से तब आया जब यह खबर सामने आई कि ब्रिक्स देशों के बीच आपसी विवाद बढ़ रहा है और इससे समूह की एकजुटता प्रभावित हो रही है।
BRICS समूह का इतिहास और वर्तमान स्थिति
BRICS की स्थापना 2009 में हुई थी, जब ब्राजील, रूस, भारत और चीन ने इसे मिलकर स्थापित किया। इस समूह का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर विकासशील देशों के लिए आर्थिक सहयोग और साझेदारी बढ़ाना था। हाल के वर्षों में, BRICS ने और देशों को भी सदस्यता दी। पिछले साल इसमें ईरान, मिस्र, इथियोपिया और संयुक्त अरब अमीरात को शामिल किया गया था। इसके अलावा, सऊदी अरब को भी इसमें शामिल होने का निमंत्रण भेजा गया है। तुर्की, अज़रबैजान और मलेशिया जैसे देशों ने भी सदस्यता के लिए आवेदन किया है।
आगामी BRICS शिखर सम्मेलन पर सवाल
2025 में जुलाई में ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में BRICS देशों का एक अहम शिखर सम्मेलन आयोजित होने वाला है। ब्राजील सरकार ने हाल ही में घोषणा की कि यह सम्मेलन 6 और 7 जुलाई को होगा। इसमें वैश्विक शासन सुधार और विकासशील देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी। ब्राजील ने यह भी कहा कि अन्य देशों को भी इस सम्मेलन में भाग लेने का आमंत्रण भेजा जाएगा, और अगर सदस्य देशों की सहमति बनी तो वे अन्य बैठकों में भी शामिल हो सकते हैं। ट्रंप नीति का BRICS पर प्रभाव अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान अंतरराष्ट्रीय मंच पर BRICS समूह के भविष्य के लिए चिंता का कारण बन सकता है। ट्रंप ने बार-बार यह कहा है कि यदि BRICS देशों ने एक साझा मुद्रा बनाने की कोशिश की, तो अमेरिका उन्हें 100 प्रतिशत टैरिफ लगा देगा। इसके परिणामस्वरूप, BRICS के देशों के बीच आपसी संबंधों और भविष्य के आर्थिक निर्णयों पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।