शोषण के खिलाफ पाक लड़कियों का अनोखा अंदाज चर्चा में

punjabkesari.in Monday, Apr 03, 2017 - 05:34 PM (IST)

इस्लामाबादः पाकिस्तान में  सार्वजनिक स्थानों के पुरुष प्रभुत्व को चुनौती देने व शोषण के खिलाफ दर्जनों महिलाओं ने रविवार को बड़े शहरों में बाइक रेस निकाली। गर्ल्स एट ढाबाज की मेहेर बानो ने कहा कि हमारी रणनीति सिर्फ सार्वजनिक स्थानों में दिखाई देने की है। लाहौर की एक महिला को पिछले साल कुछ पुरुषों द्वारा साइकिल से गिरा देने की घटना के बाद इस नारीवादी समूह ने बाइक रेस का आयोजन किया था।

सार्वजनिक कार्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने और जागरूकता बढ़ाने के लिए गर्ल्स एट ढाबाज पिछले कुछ सालों से कई कार्यक्रम आयोजित कर चुका है। इसका मकसद महिलाओं के द्वारा झेले जाने वाले प्रतिबंधों का सामना करना है। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में 5 किलोमीटर की रेस में शामिल हुमा वासीम ने कहा कि वह हर समय इन सड़कों पर निकलती हूं। मगर, यह पहली बार है, जब मैंने उनके साथ बाइकिंग का अनुभव किया। मुझे अपने बालों के हवा में उड़ने के साथ ही आजादी महसूस हुई।

गर्ल्स एट ढाबाज की सदस्यों ने कहा कि वे पाकिस्तान के नारीवादियों की एक नई पीढ़ी हैं, जो उनके पूर्ववर्तियों द्वारा की गई प्रगति को आगे बढ़ा रही हैं। बानो ने कहा कि महिलाओं का आंदोलन, उतना ही पुराना है, जितना पाकिस्तान। मगर, इसके बारे में ऐसा कुछ ऐसा नहीं, जिसके बारे में वास्तव में बात की जाए या लिखा जाए। बानो ने कहा कि पाकिस्तान के करीब 20 करोड़ लोगों में से लगभग 60 प्रतिशत से अधिक लोग 30 वर्ष से कम उम्र के हैं। मगर, मुस्लिम देश में युवा महिलाओं को रोजगार करने में परेशनी का सामना करना पड़ता है। अक्सर पुरुषों के प्रभुत्व वाले सार्वजनिक क्षेत्रों में जाना उनके लिए असहज होता है। यह एक बहुत बड़ी समस्या है, जिससे महिलाओं का उत्पीड़न होता है और वे हिंसा की शिकार होती हैं।

 


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