अमेरिका में नहीं बंद होगा Tik Tok! ट्रंप ने चीन से समझौते के दिए संकेत, जानिए विवाद की वजह

punjabkesari.in Monday, Sep 15, 2025 - 11:08 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिका में लोकप्रिय सोशल मीडिया ऐप TikTok पर संभावित बैन को लेकर जारी अनिश्चितता अब खत्म होती नजर आ रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह TikTok को प्रतिबंधित नहीं करेंगे, क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच समझौते की दिशा में सकारात्मक बातचीत हो चुकी है।

शी जिनपिंग से होगी फोन पर बातचीत

राष्ट्रपति ट्रंप ने घोषणा की है कि वह शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बात करेंगे, और TikTok विवाद से जुड़े समझौते को अंतिम रूप देंगे। यह बातचीत दोनों देशों के बीच टिकटॉक के स्वामित्व, डेटा सुरक्षा, और तकनीकी नियंत्रण से जुड़े मुद्दों को लेकर हो रही है।

क्या है TikTok विवाद?

TikTok, जो कि चीनी कंपनी ByteDance के स्वामित्व में है, अमेरिका में डेटा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर सवालों के घेरे में रहा है।

  • अमेरिकी प्रशासन को डर है कि TikTok अमेरिकी यूज़र्स का डेटा चीनी सरकार के साथ साझा कर सकता है।

  • इसी आधार पर पहले TikTok को अमेरिका में बैन करने की बात उठाई गई थी।

2019 के बाद से ही अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर, टेक्नोलॉजी पर नियंत्रण और साइबर सुरक्षा को लेकर तनाव बना हुआ है। TikTok इसी तनाव का हिस्सा बन गया।

समझौते को लेकर क्या कहा गया?

अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने स्पेन की राजधानी मैड्रिड में जानकारी दी कि: "हमने समझौते की रूपरेखा तैयार कर ली है। राष्ट्रपति ट्रंप इस पर चीन के राष्ट्रपति से शुक्रवार को बातचीत करेंगे।" CNN के मुताबिक, ट्रंप और चीनी अधिकारियों के बीच शुरुआती बातचीत सकारात्मक रही है, और शुक्रवार की बातचीत में TikTok पर अंतिम समझौता हो सकता है।

समझौते में क्या हो सकता है?

सूत्रों के अनुसार, इस समझौते के तहत TikTok को:

  1. अमेरिका में स्वतंत्र रूप से संचालन की अनुमति मिल सकती है, बशर्ते वह अमेरिकी नियमों का पालन करे।

  2. डेटा सुरक्षा के कड़े प्रावधान लागू किए जा सकते हैं, जिसमें अमेरिकी यूज़र्स का डेटा केवल अमेरिका में स्टोर किया जाएगा।

  3. ByteDance को अमेरिका में पार्टनर चुनने की अनुमति मिल सकती है, जो स्थानीय स्तर पर संचालन में मदद करे।

क्यों है यह समझौता अहम?

चीन और अमेरिका दोनों देशों के लिए यह समझौता राजनीतिक और आर्थिक रूप से फायदेमंद हो सकता है। अमेरिका में TikTok के 15 करोड़ से ज्यादा एक्टिव यूज़र्स हैं, जिनमें ज्यादातर युवा हैं। इस वजह से इसे बैन करना राजनीतिक रूप से भी जोखिम भरा कदम होता।वहीं, चीन के लिए भी यह मुद्दा तकनीकी कंपनियों की वैश्विक साख से जुड़ा है।


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Content Writer

Pardeep

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