न्यूक्लियर पॉवर देश में पारा 53 डिग्री के पार! तेज धूप से जल रही चमड़ी, पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे लोग
punjabkesari.in Tuesday, Jul 22, 2025 - 06:59 PM (IST)

International Desk: ईरान इस वक्त भीषण गर्मी और जल संकट की दोहरी मार झेल रहा है। देश के कई इलाकों में तापमान 50°C से भी ऊपर पहुंच चुका है। जलवायु वैज्ञानिक मैक्सिमिलियानो हरेरा के मुताबिक, ईरान के शबनकरेह शहर में पारा 52.8°C तक दर्ज किया गया, जो इस साल का सबसे ज्यादा तापमान हो सकता है। दक्षिण-पश्चिम के अबादन और अहवाज़ जैसे शहरों में भी तापमान 50 डिग्री पार कर गया है।
मशहद शहर के रहने वाले 35 वर्षीय एहसान अली कहते हैं, ‘ऐसी धूप है कि लगता है चमड़ी जल जाएगी। डैम सूख गए हैं, जलाशय खाली हो रहे हैं। रोजाना 9 घंटे बिजली की कटौती झेलनी पड़ रही है। लोग डर में जी रहे हैं।’ ईरान पिछले पांच साल से लगातार सूखे की मार झेल रहा है। लेकिन इस बार हालात और खराब हैं। बारिश लगभग ना के बराबर हुई है। देश की नेशनल मेट्रोलॉजिकल सर्विस ने चेताया है कि यह हफ्ता इस साल का सबसे गर्म हफ्ता हो सकता है।
1950 के दशक से ईरान में सैकड़ों डैम बनाए गए थे, पर बढ़ते तापमान और सूखे के कारण उनकी जलधारण क्षमता तेजी से घट गई है। हालत यह है कि राजधानी तेहरान समेत कई इलाकों में 9 से 12 घंटे तक पानी और बिजली दोनों गायब रहते हैं। ईरान के ऊर्जा मंत्री अब्बास अलीअबादी ने बताया है कि जल संकट से निपटने के लिए पड़ोसी देशों तुर्कमेनिस्तान, अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान से पानी मंगाने के लिए बातचीत जारी है।
राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने हाल ही में कैबिनेट बैठक में चेतावनी दी कि जलसंकट जितना दिखाई दे रहा है, असल में उससे कहीं ज्यादा गंभीर है। उन्होंने कहा, ‘अगर अभी ठोस कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले वक्त में हालात ऐसे हो जाएंगे जहां कोई हल नहीं बचेगा।’ विशेषज्ञ मानते हैं कि जलवायु परिवर्तन ने ईरान में हर साल गर्मी की लहरों को और ज्यादा खतरनाक और बार-बार होने वाला बना दिया है। यही वजह है कि अब लाखों लोग भीषण गर्मी में पानी की एक-एक बूंद को तरसने को मजबूर हैं।