Donald Trump के सिर पर मंडरा रहा खतरा, ईरान बोला- 'घर में भी नहीं बचेगा, धूप सेंकते वक्त ड्रोन आएगा और...'
punjabkesari.in Thursday, Jul 10, 2025 - 09:07 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव चरम पर पहुँच गया है। ईरान ने अब खुलकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हत्या की धमकी दी है। ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार जवाद लारीजानी ने चेतावनी दी है कि राष्ट्रपति ट्रंप अपने घर पर भी सुरक्षित नहीं हैं। लारीजानी ने कहा कि ट्रंप जब फ्लोरिडा स्थित अपने आवास पर धूप सेंक रहे होंगे तब भी उन पर हमला हो सकता है।
धूप में लेटे अमेरिकी राष्ट्रपति पर छोटे ड्रोन का हमला आसान
जवाद लारीजानी ने अपनी धमकी में आगे कहा, "धूप में लेटे हुए अमेरिकी राष्ट्रपति पर एक छोटे ड्रोन का हमला करना आसान होगा।" उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप ने ऐसा कुछ कर दिया है कि अब वह खुले में नहीं रह सकते हैं। यह बयान दोनों देशों के बीच की दुश्मनी को एक नए और खतरनाक स्तर पर ले जा रहा है।
ट्रंप की हत्या के लिए 10 करोड़ डॉलर का इनाम
इस धमकी के साथ ही ईरानी नेता ने एक क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म 'ब्लड पैक्ट' (फारसी में अहदे खून) की पेशकश की है। यह प्लेटफॉर्म सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का मजाक उड़ाने और उन्हें धमकाने वालों के खिलाफ प्रतिशोध के लिए स्थापित किया गया है। ईरानी अधिकारियों ने बताया कि 7 जुलाई तक इस साइट ने 2 करोड़ डॉलर से ज़्यादा की राशि जुटाई है। बताया जाता है कि इसका घोषित उद्देश्य अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या के लिए 10 करोड़ डॉलर का इनाम इकट्ठा करना है।
प्लेटफॉर्म के होम पेज पर स्पष्ट रूप से लिखा है, "हम अल्लाह के दुश्मनों और अली खामेनेई की जान को खतरा पैदा करने वालों को न्याय के कटघरे में लाने वाले किसी भी व्यक्ति को इनाम देने का संकल्प लेते हैं।"
सुलेमानी की हत्या से उपजा तनाव
आपको बता दें कि साल 2020 में डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान ईरान के IRGC (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) के प्रमुख कासिम सुलेमानी की हत्या को मंज़ूरी दी थी। सुलेमानी को इराक में अमेरिकी हमले में मार दिया गया था। अमेरिकी अधिकारियों ने खुलासा किया है कि IRGC प्रमुख ट्रंप की हत्या के प्रयास की योजना बनाने में शामिल थे जिसके बाद यह जवाबी कार्रवाई की गई थी।
ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमला
हाल ही में ईरान-इजरायल युद्ध के दौरान अमेरिका खुले तौर पर इजरायल के साथ खड़ा था। इसी दौरान अमेरिका ने ईरान के तीन मुख्य परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हमला किया। अमेरिकी वायुसेना ने फोर्डो न्यूक्लियर साइट पर हमले के लिए B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर विमान का इस्तेमाल किया। अन्य दो ठिकानों पर उसने 400 मील दूर पनडुब्बी से मिसाइलें लॉन्च कीं। बताया जा रहा है कि स्टील्थ बॉम्बर विमानों से अमेरिकी वायुसेना ने MOP (मैसिव ऑर्डनेंस पेनिट्रेटर) बम गिराए थे। इस हमले से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को व्यापक नुकसान पहुँचा है जिसने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।