LIVE: तालिबान ने खूंखार आतंकी को बनाया रक्षा मंत्री, ब्लिंकन ने कहा- अमेरिका करेगा लोगों की पूरी मदद

punjabkesari.in Thursday, Aug 26, 2021 - 05:36 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद खौफजदा माहौल में जहां लोग देश छोड़ने के लिए उतावले हैं वहीं तालिबान सरकार बनाने की तैयारी कर रहे हैं और इसके लिए मंत्रियों के नाम फाइनल किए जा रहे हैं। अफगानिस्तान की से जुड़ी खबरे पढ़ने के लिए जुड़े Punjabkesari.in के साथ...

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  • अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान लीडरशिप ने कुछ अंतरिम मंत्री नियुक्त भी  कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार तालिबान ने दुनिया की सबसे खतरनाक जेल के कैदी और शांतिवार्ता के विरोधी रहे खूंखार आतंकी मुल्ला अब्दुल कय्यूम जाकिर को अफगानिस्तान का नया रक्षा मंत्री बना दिया है। मुल्ला अब्दुल कय्यूम जाकिर एक अनुभवी तालिबानी कमांडर है और तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का करीबी सहयोगी भी है। 

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  • रॉयटर्स के अनुसार, अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में आतंकी हमले के बाद उसे 2001 में अमेरिकी नेतृत्व वाली सेनाओं ने पकड़ लिया था। उसे 2007 तक ग्वांतानामो बे की जेल में बंदी बनाकर रखा गया था और बाद में उसे रिहा कर  अफगान सरकार को सौंप दिया गया।  मुल्ला अब्दुल की गिनती तालिबान के खूंखार आतंकियों में होती है। ग्वांटानामो खाड़ी अमेरिकी सेना की एक हाई सिक्योरिटी जेल है, जो क्यूबा में स्थित है। इस जेल में खूंखार और हाई प्रोफाइल आतंकियों को हिरासत में रखा जाता है।
     
  • तालिबान ने अभी तक अफगानिस्तान में एक औपचारिक सरकार का गठन नहीं किया है, हालांकि, देश को चलाने के लिए आतंकी समूह ने अपने कुछ नेताओं को प्रमुख पदों पर नियुक्त किया है। इसी क्रम में हाजी मोहम्मद इदरीस को देश के केंद्रीय बैंक दा अफगानिस्तान बैंक (डीएबी) का 'कार्यवाहक प्रमुख' नियुक्त किया गया है।  इससे पहले तालिबान ने अपने प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद को संस्कृति और सूचना मंत्री के तौर पर नियुक्त किया था। मुजाहिद वहीं हैं, जिन्होंने एक दिन पहले मीडिया को संबोधित करते हुए बताया था कि तालिबान की सरकार कैसी होगी।

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  • अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन  ने हाल ही में कहा था कि 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से अमेरिकियों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। इसको लेकर तेजी से मुहिम भी चलाई जा रही है। इस पर अब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि 31 अगस्त को मुहिम समाप्त होने के बाद भी लोग अफगानिस्तान छोड़ सकेंगे। ब्लिंकन ने कहा कि उनका यह प्रयास 31 अगस्त को खत्म नहीं होने जा रहा है। अगर लोग अफगानिस्तान छोड़कर जाना चाहते हैं तो हम उनकी पूरी मदद करेंगे। ब्लिंकन ने बताया कि काबुल से अब तक 82300 लोग सुरक्षित बाहर निकाले जा चुके हैं। करीब 6 हजार अमेरिकी काबुल में पाए गए हैं जिसमें से 4500 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है ।

 

 

 

  • अफगानिस्तान में तालिबान सरकार बनाने की तैयारी कर रहे हैं और इसके लिए मंत्रियों के नाम फाइनल किए जा रहे हैं। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान लीडरशिप ने कुछ अंतरिम मंत्री नियुक्त कर दिए हैं।  इस बीच अफगानिस्तान के  प्रमुख अल्पसंख्यक समुदाय ने सरकार में अपनी भागीदारी की मांग की है ।  शिया उलेमा काउंसिल ने तालिबान से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि वे सभी धर्मों और जातियों के साथ समानता और न्याय के साथ व्यवहार करेंगे। परिषद ने कहा कि अगली सरकार को सभी धर्मों और जातियों की भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।

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  • तालिबान ने अब टोलो न्यूज के एक पत्रकार जियार याद की जमकर पिटाई की। जियार खान याद की मौत की खबर आ गई थी, लेकिन अब जियार ने खुद ट्वीट कर बताया है कि काबुल के बाहरी इलाके में तालिबान ने उन्हें जमकर पीटा। उनका कैमरा और अन्य उपकरण छीन लिए। जियार खान के मुताबिक कुछ लोगों ने उनकी मौत की खबर उड़ा दी थी, लेकिन वह सकुशल हैं। जियार ने बताया है कि तालिबान एक लैंड क्रूजर गाड़ी से आए थे और उन्होंने रायफल के दम पर उन्हें पीटा।
     
  • अफगानिस्तान से एयरलिफ्ट किए लोगों की संख्या के ताजा आंकड़े सामने आए हैं  जिनके अनुसार पिछले 24 घंटों में 13,400 लोगों को काबुल से बाहर निकाला गया है जबकि 14 अगस्त से  अब तक 15500 व जुलाई के अंत से अबतक 101,300 लोग देशछोड़ कर जा चुके हैं।  बता दें कि 40 साल पहले   वियतनाम में  मानवीय आपदा के दौरान साइगॉन से सबसे ज्यादा 131,000 लोगों को एयरलिफ्ट करके बचाया गया था। 
     
  • चीन के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद बीजिंग ने उसके साथ पहला कूटनीतिक संपर्क स्थापित किया है और दोनों पक्षों के बीच अब “सुगम एवं प्रभावी संवाद” है। अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की पूर्ण वापसी के लिए तय की गई समयसीमा से दो हफ्ते पहले तालिबान ने 15 अगस्त को देश पर कब्जा जमा लिया था। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने मीडिया से कहा, “चीन और अफगान तालिबान के बीच सुगम और प्रभावी संवाद है।”उनसे तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के उप प्रमुख अब्दुल सलाम हनाफी और अफगानिस्तान में चीनी राजदूत वांग यू के बीच काबुल में हुई बातचीत के बारे में पूछा गया था।
     
  •  तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद लोगों में भय और दहशत का माहौल है। अफगानिस्तान के कई लोग आतंकवादी समूह से बचने के लिए देश से भागने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को लेकर पहली महिला अफगान मेयर ने पाकिस्तान के जमकर लताड़ लगाई। मेयर जरीफा गफरी ने आरोप लगाया कि अफगानिस्तान का बच्चा-बच्चा जानता है कि देश की मौजूदा स्थिति के लिए सिर्फ पाकिस्तान जिम्मेदार है। उन्होंने पाकिस्तान पर तालिबान को खुला समर्थन देने का आरोप लगाया।
     
  • फ्रांसीसी प्रधानमंत्री ज्यां कास्ते ने कहा है कि उनका देश शुक्रवार रात के बाद से काबुल हवाई अड्डे से लोगों को निकाल नहीं पाएगा। कास्ते ने बृहस्पतिवार को यह घोषणा ऐसे वक्त में की है जब अमेरिका और पश्चिमी राष्ट्रों के सामने अफगानिस्तान से लोगों को निकालने की 31 अगस्त की समयसीमा है। कास्ते ने फ्रांसीसी रेडियो से कहा कि 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की वजह से ‘‘हम कल शाम के बाद से काबुल हवाई अड्डे से लोगों को निकाल नहीं पाएंगे।”
     

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Content Writer

Tanuja

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