पाकिस्तान ने IMF लोन के लिए अमेरिका के साथ की गुप्त डील !
punjabkesari.in Tuesday, Sep 19, 2023 - 03:28 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान इन दिनों संकट के दौर से गुजर रहा है। पिछले काफी समय से पाकिस्तान की बिगड़ती आर्थिक स्थिति भी किसी से छुपी नहीं है। पाकिस्तान कई देशों से आर्थिक मदद की अपील कर रहा है। फिलहाल पाकिस्तान अपना कर्ज चुकाने के लिए किसी भी रास्ते पर जाने को तैयार है। सूत्रों के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर की मदद करने का ऐलान किया है, जिससे देश में खुशी की लहर पाई जा रही है।सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान को यह मदद अमेरिका के साथ एक गुप्त समझौते के कारण मिली है। इस डील के मुताबिक, पाकिस्तान को यह आर्थिक मदद पिछले साल अमेरिका के साथ बेलआउट डील के तहत यूक्रेन को हथियार सप्लाई करने के लिए मिली है। पाकिस्तान की ढहती अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए यह मदद काफी कारगर साबित हो सकती है। कहा जा रहा है कि ये डील अमेरिका के दबाव के कारण हुई है।
इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आम जनता को इस डील के बारे में जानकारी तक नहीं दी गई। लेकिन अब इस आर्थिक मदद से पाकिस्तान को अपने देश में स्थिरता लाने में कुछ मदद मिलेगी। यूक्रेन के पास युद्ध के लिए ज़रूरी हथियारों का अभाव है, जिसके चलते उसे दूसरे देशों से हथियार मंगवाने पड़ते हैं। सूत्रों से पता चला है कि अमेरिका इस साल की शुरुआत में गुप्त हथियार खरीद के बदले में पाकिस्तान के लिए IMF बेलआउट पैकेज पर सहमत हुआ था। यह डील यूक्रेनी सेना को हथियार सप्लाई करने के मकसद से जुड़ी थी। ऑनलाइन जांच वेबसाइट ‘इंटरसेप्ट' ने बताया कि ये हथियार यूक्रेन की सेना को आपूर्ति करने के मकसद से बेचे गए थे, जो एक ऐसे संघर्ष में पाकिस्तानी भागीदारी को दर्शाता है जिसमें उसे कोई पक्ष लेने के लिए अमेरिकी दबाव का सामना करना पड़ा था।
बहरहाल, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने सोमवार को अमेरिका के गैर लाभकारी समाचार संगठन की इस रिपोर्ट को ‘‘निराधारा एवं मनगढंत'' बताकर खारिज कर दिया और कहा कि नकदी की कमी से जूझ रहे देश ने अमेरिका को हथियार उपलब्ध कराए, ताकि उसे जून के अंत में IMF के साथ तीन अरब अमेरिकी डॉलर का सौदा करने में उसका सहयोग मिल सके और वह भुगतान में चूक से बच सके।
बता दें कि पिछले साल की शुरुआत में रूस और यूक्रेन के बीच संकट शुरू होने के बाद से पाकिस्तान, अमेरिका और रूस के साथ संबंधों में संतुलन बनाने के लिए संघर्ष कर रहा है। ‘डॉन न्यूज' समाचार चैनल ने बलूच के हवाले से कहा, ‘‘कठिन, लेकिन आवश्यक आर्थिक सुधारों को लागू करने के लिए पाकिस्तान और IMF के बीच ‘IMF स्टैंडबाय एग्रीमेंट फॉर पाकिस्तान' को लेकर सफल बातचीत हुई थी। इन वार्ताओं को कोई अन्य रंग देना कपटपूर्ण कदम है।'' बलूच ने कहा कि पाकिस्तान ने दोनों देशों के बीच विवाद में ‘‘सख्त तटस्थता'' की नीति बनाए रखी है और उस संदर्भ में उन्हें कोई हथियार या गोला-बारूद उपलब्ध नहीं कराया गया।