9 महीने में 28 हजार से ज्यादा भूकंप के झटके, AI के जरिए धरती हिलने की वजह आई सामने

punjabkesari.in Saturday, Sep 27, 2025 - 04:13 PM (IST)

इंटरनैशनल डैस्क : ग्रीस का प्रसिद्ध सेंटोरिनी द्वीप इस साल लगातार भूकंपों की झलकियों से हिल उठा। सिर्फ 9 महीनों में 28,000 से ज्यादा भूकंप दर्ज किए गए, जिससे द्वीपवासी और पर्यटक दोनों ही डर और आश्चर्य में थे। वैज्ञानिकों ने अब इस असामान्य गतिविधि का रहस्य सुलझा लिया है। उनका कहना है कि इन भूकंपों की मुख्य वजह पृथ्वी की गहराई से ऊपर उठता मैग्मा है। यह मैग्मा चट्टानों को तोड़ता है और रास्ते बनाता है, जिससे तेज झटके महसूस होते हैं।

AI और गहराई तक की जांच

वैज्ञानिकों ने सेंटोरिनी और इसके सात किलोमीटर दूर स्थित कोलुम्बो अंडरवाटर ज्वालामुखी में लगाए गए उपकरणों से डेटा इकट्ठा किया। इस डेटा का विश्लेषण करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया गया। इसके माध्यम से भूकंपों की गति और पैटर्न को समझा गया। GFZ के जियोफिजिस्ट डॉ. मारियस इस्केन ने बताया कि मैग्मा ऊपर उठते समय चट्टानों को तोड़ता है और इससे भूकंप के तेज झटके महसूस होते हैं। उनका विश्लेषण बताता है कि मैग्मा का रास्ता और गति अब वैज्ञानिकों के लिए पहले से कहीं अधिक स्पष्ट हो गई है।

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भूगर्भीय कारण और प्लेट मूवमेंट

सेंटोरिनी क्षेत्र सक्रिय भूगर्भीय दरारों (Fault Zones) से होकर गुजरता है। भूमध्यसागर के नीचे मौजूद माइक्रोप्लेट्स खिसकते हैं, जिससे धरती की सतह टूटती है। प्लेटों के धंसने और पिघलने के कारण ज्वालामुखी गतिविधि भी होती है। सेंटोरिनी पहले भी कई बार ज्वालामुखी विस्फोटों का गवाह रहा है। 1956 में यहाँ दो बड़े भूकंप आए थे, जिनकी तीव्रता क्रमशः 7.4 और 7.2 रिक्टर थी, और इसके चलते सुनामी भी आई थी।

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2025 के भूकंप और मैग्मा की गतिविधि

जुलाई 2024 में मैग्मा सेंटोरिनी के नीचे उथले हिस्से तक पहुंचा और कुछ सेंटीमीटर ऊपर उठ गया। जनवरी 2025 में यह और ऊपर उठने लगा, जिससे लगातार भूकंप शुरू हो गए। वैज्ञानिकों ने बताया कि लगातार भूकंपों की वजह से मैग्मा का केंद्र 18 किलोमीटर गहराई से ऊपर उठकर केवल 3 किलोमीटर नीचे तक आ गया। यही प्रक्रिया इस साल रिकॉर्ड किए गए 28,000+ भूकंपों की मुख्य वजह बनी।

वैज्ञानिकों की बड़ी खोज

इस रिसर्च ने सेंटोरिनी के भूगर्भीय रहस्य को सुलझाने में मदद की है। अब यह स्पष्ट हो गया है कि भूकंप केवल प्लेट मूवमेंट या प्राकृतिक विस्फोटों की वजह से नहीं, बल्कि नीचे से उठते हुए मैग्मा की वजह से भी हो सकते हैं। इस जानकारी से भविष्य में भूकंप चेतावनी और ज्वालामुखी निगरानी प्रणाली को और सटीक बनाने में मदद मिलेगी। डॉ. इस्केन ने यह भी बताया कि मैग्मा की गति और रास्ते को समझने से वैज्ञानिक अब यह अनुमान लगा सकते हैं कि किस इलाके में भूकंप या ज्वालामुखी गतिविधि तेज हो सकती है। यह जानकारी स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।

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सेंटोरिनी एक खूबसूरत द्वीप

हालांकि सेंटोरिनी एक खूबसूरत द्वीप है, यह भूगर्भीय गतिविधियों की वजह से हमेशा संवेदनशील रहा है। लगातार भूकंप और ज्वालामुखी खतरे के बीच, वैज्ञानिक और प्रशासन मिलकर यहां की सुरक्षा और सतर्कता सुनिश्चित करने में जुटे हैं। अब जब भूकंपों की असली वजह सामने आ गई है, तो भविष्य में यहां रहने और पर्यटन के लिए बेहतर तैयारी संभव हो सकेगी।


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News Editor

Rahul Singh

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