17 लाख सैनिकों की मौत... इस हैकर ग्रुप ने किया चौंकाने वाला दावा

punjabkesari.in Friday, Aug 22, 2025 - 12:01 AM (IST)

नेशनल डेस्क: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर एक बड़ा दावा सामने आया है। रूसी हैकर ग्रुप ने यूक्रेनी सेना के मुख्यालय को ऑनलाइन हैक कर अहम दस्तावेज चुरा लिए और उन्हें सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दिया है। इन लीक दस्तावेजों में कहा गया है कि फरवरी 2022 से अब तक यूक्रेन के करीब 17 लाख सैनिक मारे जा चुके हैं या लापता हैं।

इन दस्तावेजों के मुताबिक, मारे गए या लापता सैनिकों में बड़ी संख्या 19 से 24 वर्ष की उम्र के युवाओं की है। हालांकि अभी तक यूक्रेनी सेना या जनरल स्टाफ की ओर से इस लीक पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

अब तक नहीं जारी हुए आधिकारिक आंकड़े

गौर करने वाली बात है कि रूस और यूक्रेन दोनों ही देश अब तक अपने सैनिकों की मौत या नागरिकों की हानि को लेकर कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं कर पाए हैं। दोनों देश एक-दूसरे को हुए नुकसान का दावा जरूर करते हैं, लेकिन अपने देश की क्षति पर चुप्पी साधे रहते हैं।

पुतिन का दावा: मारे गए सैनिकों का अनुपात 1:10

करीब एक साल पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया था कि यूक्रेन और रूस के मारे गए सैनिकों का अनुपात 1:10 है। यानी रूस का एक सैनिक मारा गया तो यूक्रेन के 10 सैनिकों की जान गई।
वहीं, यूक्रेन का दावा है कि अब तक 10 लाख से अधिक रूसी सैनिक मारे गए हैं, लेकिन रूस इस आंकड़े को नकारता है, और अमेरिका भी इसे लेकर संदेह जाहिर करता रहा है।

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट: भारी तबाही और अरबों डॉलर का नुकसान

इस साल की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र, वर्ल्ड बैंक, यूरोपीय संघ और यूक्रेन सरकार के सहयोग से एक रैपिड डैमेज एंड नीड असेसमेंट (RDNA) रिपोर्ट जारी की गई। इसके अनुसार:

  • अब तक युद्ध में 25 लाख से अधिक घर तबाह हो चुके हैं।
  • युद्ध से हुआ आर्थिक नुकसान 17.60 हजार करोड़ डॉलर (करीब 15 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंच चुका है।
  • ऊर्जा क्षेत्र को 93% नुकसान पहुंचा है – जिसमें पावर प्लांट, ट्रांसमिशन लाइनें और बिजली वितरण प्रणाली शामिल हैं।

पुनर्निर्माण में लगेंगे 46 लाख करोड़ रुपये

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में यह भी अनुमान लगाया गया है कि यूक्रेन के पुनर्निर्माण में अगले 10 वर्षों में 52.40 हजार करोड़ डॉलर (लगभग 46 लाख करोड़ रुपये) का खर्च आएगा।

तीन लाख लोग युद्ध से हुए दिव्यांग

रिपोर्ट के अनुसार, युद्ध की सबसे बड़ी मार बुजुर्गों और दिव्यांगों पर पड़ी है। फरवरी 2022 से दिसंबर 2024 तक, यूक्रेन में तीन लाख से अधिक लोग युद्ध में घायल होकर दिव्यांग हो चुके हैं।


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News Editor

Parveen Kumar

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