रूस में परीक्षण दौरान रॉकेट का इंजन फटा, 5 परमाणु वैज्ञानिकों की मौत

punjabkesari.in Saturday, Aug 10, 2019 - 12:33 PM (IST)

मॉस्कोः रूस के सुदूर उत्तरी क्षेत्र के एक सैन्य ठिकाने पर रॉकेट परीक्षण के दौरान हुए धमाके में 5 परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई। धमाके के बाद घटनास्थल से परमाणु रेडिएशन फैलने की भी खबर है। रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि घटना में रक्षा मंत्रालय के छह कर्मचारी और डेवलेपर घायल हुए हैं जबकि पांच विशेषज्ञों की मौत हुई है। सैन्य ठिकाने पर विकिरण का स्तर सामान्य है। आर्खान्गलेस्क क्षेत्र की प्रवक्ता ने एएफपी को बताया कि विकिरण रोकने के उपाय किए जा रहे हैं।

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एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार इस तरह की घटना है। इससे पहले साइबेरिया के एक आयुध डिपो में सोमवार को आग लग गई थी।
हादसा गुरुवार को हुआ था। इसके ठीक बाद न्योनोस्का से 47 किमी दूर सेवेरोद्विंस्क शहर के अधिकारियों ने चेतावनी दी कि धमाके के ठीक बाद रेडिएशन स्तर सामान्य से 20 गुना ऊपर है। करीब 40 मिनट बाद स्थिति ठीक हुई। हालांकि, शुक्रवार को भी साइट पर कुछ छोटे धमाकों में 9 लोग घायल हो गए। मेडिकल टीम ने केमिकल और न्यूक्लियर प्रोटेक्शन सूट पहनकर सभी घायलों को टेस्ट साइट से बाहर निकाल लिया है। रूस की न्यूक्लियर कंपनी रोसातोम के मुताबिक, हादसा रॉकेट के लिक्विड प्रोपेलेंट इंजन के परीक्षण के दौरान हुआ।

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वैज्ञानिक आइसोटोप के जरिए प्रपुल्शन सिस्टम को चलाने का प्रयास कर रहे थे। हादसे के दो दिन बाद तक स्थिति सामान्य नहीं हो सकी है। टेस्टिंग साइट के पास मौजूद आर्खनगेल्सक और सेवेरोद्विंस्क शहरों में रेडिएशन को लेकर लोगों में डर है। मेडिकल स्टोर्स पर आयोडीन लेने के लिए भीड़ लग गई। बताया गया है कि दोनों शहरों में यह दवा खात्मे की कगार पर है।

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रूस में इस हफ्ते का यह दूसरा बड़ा हादसा रहा। इससे पहले सोमवार को साइबेरिया स्थित हथियारों के गोदाम (एम्युनिशन डम्प) में आग लगने से इलाके में धमाके शुरू हो गए। इसमें एक की मौत हुई जबकि 8 अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए। हालांकि, सरकार ने लगभग तुरंत ही एक्शन लेते हुए इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और 9500 लोगों को खतरे से बाहर निकाला।


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Tanuja

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