ट्रंप की धमकी पुतिन पर बेअसर ! अमेरिका को दिखाया ठेंगा, रूस के न्यूक्लियर हथियार पर किया बड़ा ऐलान
punjabkesari.in Monday, Sep 22, 2025 - 07:15 PM (IST)

Moscow: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों को दरकिनार करते हुए सोमवार को स्पष्ट किया कि रूस न्यूक्लियर हथियारों की सीमा का पालन अगले एक साल तक करेगा। यह घोषणा रूस और अमेरिका के बीच मौजूद New START (Strategic Arms Reduction Treaty) संधि की अवधि फरवरी 2026 में समाप्त होने से पहले की गई है। New START संधि 2010 में रूस और अमेरिका के बीच हस्ताक्षरित हुई थी और यह अंतिम बचे हुए प्रमुख हथियार नियंत्रण समझौते में से एक है। इसका मुख्य उद्देश्य दोनों देशों की रणनीतिक न्यूक्लियर हथियारों और मिसाइलों की संख्या को सीमित करना है।
संधि की शर्तें
- रूस और अमेरिका दोनों की ICBM, SLBM और भारी बमबारी वाले विमानों की संख्या सीमित होती है।
- दोनों देशों को अपने हथियारों और उनकी तैनाती के बारे में पारदर्शी जानकारी साझा करने की जिम्मेदारी होती है।
- इस संधि की निगरानी सतत निरीक्षण और रिपोर्टिंग के माध्यम से होती है।
पुतिन का बयान और उद्देश्य
रूस की सिक्योरिटी काउंसिल की बैठक में पुतिन ने कहा कि यदि यह संधि समाप्त हो जाती है, तो यह वैश्विक सुरक्षा और स्थिरता के लिए नकारात्मक संकेत होगा। उन्होंने अमेरिका से भी अपेक्षा जताई कि वह संधि की सीमाओं का पालन करे। पुतिन ने यह भी संकेत दिया कि रूस इस संधि के समाप्त होने के बाद भी वैश्विक न्यूक्लियर संतुलन बनाए रखने की दिशा में कदम उठाएगा। विशेषज्ञों के अनुसार, यह बयान यह स्पष्ट करता है कि रूस आगामी साल में किसी भी हथियार वृद्धि से पहले वैश्विक प्रतिक्रिया और अमेरिका की स्थिति का आकलन करना चाहता है।
वैश्विक सुरक्षा पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि पुतिन का यह कदम अमेरिका के साथ संवाद और समझौते की दरवाजा खुला रखने की नीति का हिस्सा है। New START संधि दुनिया के सबसे बड़े दो न्यूक्लियर संपन्न देशों के बीच विश्वास और पारदर्शिता बनाए रखने का प्रमुख साधन रही है। यदि यह संधि पूरी तरह समाप्त हो जाती है, तो संभावित परिणामों में शामिल हैं:
- रूस और अमेरिका के बीच नई हथियार दौड़ की संभावना।
- यूरोप और एशिया में सुरक्षा तनाव बढ़ सकता है।
- अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए न्यूक्लियर अप्रसार और arms control नीतियों पर दबाव।
पुतिन ने स्पष्ट किया कि रूस अगले एक साल तक संविधानिक और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के तहत न्यूक्लियर हथियारों की सीमा का पालन करेगा। इस कदम से यह संकेत मिलता है कि रूस अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आश्वस्त करना चाहता है कि वह वैश्विक सुरक्षा और न्यूक्लियर संतुलन के प्रति सजग है, भले ही New START की अवधि समाप्त होने वाली हो।