पोप फ्रांसिस ने भाषण में महिलाओं को लेकर दिया विवादित बयान, मच गया बवाल

punjabkesari.in Sunday, Sep 29, 2024 - 12:04 PM (IST)

International Desk: पोप फ्रांसिस को महिलाओं की भूमिका पर दिए गए बयान के बाद आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। बेल्जियम की एक कैथोलिक यूनिवर्सिटी के छात्रों ने उनके इस विचार का विरोध किया, जिसमें उन्होंने कहा, "जब महिला पुरुष बनना चाहती है, तो यह बुरा है।" पोप के इस विवादित बयान से बवाल मच गया है। पोप ने 28 सितंबर को बेल्जियम की UCLouvain यूनिवर्सिटी में भाषण दिया, जहां उन्होंने इस बयान के साथ महिलाओं की भूमिका को लेकर चर्च की विचारधारा पर बात की। इस भाषण के बाद, छात्रों और प्रोफेसरों ने एक बयान जारी कर पोप के विचारों पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, "हम महिलाओं की समाज में भूमिका पर पोप फ्रांसिस के रूढ़िवादी विचारों से सहमत नहीं हैं।"

 
पोप ने अपने भाषण में कहा, "महिलाएं उद्धार के इतिहास के केंद्र में हैं। मैरी के 'हाँ' कहने से ईश्वर का इस दुनिया में आना संभव हुआ। महिला एक 'उपजाऊ स्वागत' की पहचान है, देखभाल और समर्पण का प्रतीक है। लेकिन यह बुरा है जब महिला पुरुष बनने की कोशिश करती है।"UCLouvain यूनिवर्सिटी के रेक्टर ने कहा, "हम पोप की इस सोच से सहमत नहीं हैं। हम महिलाओं के खिलाफ भेदभाव के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं और चाहते हैं कि समाज और चर्च में महिलाओं की एक अलग, बराबर भूमिका हो।"

 
यूनिवर्सिटी की एक छात्रा विक्टोरिया कॉपिन ने कहा, "पोप का यह बयान सुनकर मैं बहुत निराश हूं। उन्होंने महिलाओं को केवल मां और 'उपजाऊ स्वागत' तक सीमित कर दिया है, जो आज के समाज के लिए ठीक नहीं है।"हालांकि, पोप फ्रांसिस ने अपने कार्यकाल के दौरान महिलाओं को चर्च में ज्यादा अधिकार दिए हैं, जैसे प्रमुख विभागों का नेतृत्व करने का मौका और बिशपों की वैश्विक बैठकों में महिलाओं को मतदान का अधिकार। लेकिन चर्च में महिलाओं की भूमिका पर बहस अब भी जारी है। पोप फ्रांसिस के इस बयान ने चर्च और आधुनिक समाज में महिलाओं की भूमिका को लेकर नए विवाद खड़े कर दिए हैं, और बेल्जियम के छात्रों ने खुलकर इसका विरोध किया है।


 


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Content Writer

Tanuja

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