यौन उत्पीडऩ के आरोपों को नजरअंदाज करने के दावे पर पोप ने साधी चुप्पी

punjabkesari.in Tuesday, Aug 28, 2018 - 11:23 AM (IST)

वेटिकन सिटीः पोप फ्रांसिस ने उस दावे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है जिसमें कहा गया है कि उन्होंने एक वरिष्ठ पादरी पर लगे यौन उत्पीडऩ के आरोपों को नजरअंदाज किया। इस बीच ये अटकलें भी लग रही हैं कि कैथलिक पदक्रम में जो रूढि़वादी तत्व हैं वह इस मुद्दे का इस्तेमाल उदार पादरी को हटाने के उद्देश्य से उथल-पुथल पैदा करने के लिए कर सकते हैं।अमेरिका में वेटिकन के पूर्व राजदूत आर्चबिशप कार्लो मारिया विगानो ने शनिवार को कहा था कि उन्होंने जानेमाने अमेरिकी पादरी थियोडोर मैककेरिक पर लगे आरोपों के बारे में पोप को वर्ष 2013 में ही बता दिया था।

मैककेरिक को पिछले महीने इस्तीफा देना पड़ा था। विगानो ने कहा कि मैककेरिक को दंड देने के बजाए फ्रांसिस ने उन पर लगे प्रतिबंधों को हटा लिया जो उनके पूर्ववर्ती पोप बेनेडिक्ट 16वें ने लगाये थे।  विगानो ने कहा, ‘‘ गिरजाघर के पदक्रम में भ्रष्टाचार सबसे शीर्ष स्तर तक पहुंच चुका है।’’ जिस पत्र में उन्होंने यह कहा है, 11 पन्नों का वह पत्र नेशनल कैथलिक रजिस्टर में छपा है। यह अन्य रूढि़वादी अमेरिकी कैथलिक प्रकाशनों में भी छपा है लेकिन पोप ने रविवार को इन आरोपों के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। 

र्डिबन से रोम आते वक्त उन्होंने विमान में कहा, ‘‘मैं उस बारे में एक शब्द भी नहीं कहूंगा। मेरा खयाल है कि जो कुछ कहेगा पत्र अपने आप कहेगा।’’ फ्रांसिस ने पत्रकारों से कहा कि वे इस पत्र को ध्यान से पढ़कर इसके बारे में खुद ही फैसला करें। उन्होंने कहा,‘‘ निष्कर्ष पर पहुंचने की आपके पास पर्याप्य क्षमता है।’’ 


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Isha

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