रिसर्च में दावाः अपने फल-सब्जियां उगाने वाले लोग नहीं करते भोजन की बर्बादी

punjabkesari.in Wednesday, Sep 13, 2023 - 04:28 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः  जीवन यापन के बढ़ते खर्च से लोगों, विशेष रूप से कम आय वाले  के लिए स्वस्थ आहार का खर्च उठा पाना कठिन होता जा रहा है। इसके बावजूद, ब्रिटेन में घरों में हर साल आश्चर्यजनक मात्रा में भोजन बर्बाद होता है। इसमें लगभग 68 किलोग्राम फल और सब्जियां भी शामिल हैं। खाने की बर्बादी न केवल आपकी जेब पर भारी पड़ती है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी हानिकारक है।  यूनिवर्सिटी आफ शेफील्ड  के विशेषज्ञों  बोग्लार्का जेड गुल्यास, जिल एडमंडसन की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक स्तर पर, हर साल 1.3 अरब टन भोजन बर्बाद हो जाता है, जिससे दुनिया के ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का लगभग आठ प्रतिशत उत्पन्न होता है। ये उत्सर्जन खाद्य आपूर्ति श्रृंखला के सभी चरणों में अप्रयुक्त भोजन से उत्पन्न होता है।

 

ब्रिटेन के 197 परिवारों पर हुई रिसर्च
अनुसंधान से पता चला है कि शेफील्ड में खेती के लिए उपलब्ध जगह का केवल 10 प्रतिशत उपयोग करने से शहर की 15 प्रतिशत आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त फल एवं सब्जियों की आपूर्ति की जा सकती है। अधिक लोगों द्वारा अपना भोजन स्वयं उगाने से बर्बादी भी कम हो सकती है।  उन्होंने कहा कि हमारे अध्ययन में ब्रिटेन के 197 परिवारों को शामिल किया गया जो अपनी फल एवं सब्जियां स्वयं उगाते हैं। हमने उनसे एक खाद्य डायरी बनाए रखने के लिए कहा, जहां उन्होंने प्रत्येक सप्ताह प्राप्त किए गए फल और सब्जियों की मात्रा दर्ज की। हमें 85 अलग-अलग घरों से संपूर्ण रिकॉर्ड प्राप्त हुए। उन्होंने यह दर्ज किया कि प्रत्येक वस्तु में से कौन सी चीज की खेती उनके बगीचे या आबंटित भूमि पर की गई, दुकानों या बाजारों से खरीदी गई, अन्य उत्पादकों से प्राप्त की गई, या जंगल से प्राप्त किया गया।

 

यूनिवर्सिटी आफ शेफील्ड का दावा
यूनिवर्सिटी आफ शेफील्ड के बोग्लार्का जेड गुल्यास, जिल एडमंडसन का दावा है कि हालिया अध्ययन से हालांकि पता चला है कि जो लोग बगीचों और आबंटित जमीनों में फसल और सब्जियां स्वयं उगाते हैं, वे औसतन केवल 3.4 किलोग्राम फल और सब्जियां बर्बाद करते हैं - जो ब्रिटेन के औसत से 95 प्रतिशत कम है। इन परिवारों ने भोजन की बर्बादी को कम करने के लिए विभिन्न प्रथाओं को अपनाया, जिसमें अपनी अतिरिक्त उपज को संरक्षित करना या किसी अन्य को दे देना भी शामिल है। हाल के वर्षों में ब्रिटेन और अन्य जगहों पर बगीचों, सामुदायिक उद्यानों और आबंटित भूमि पर ताजा फसल एवं सब्जियां उगाने में दिलचस्पी फिर से बढ़ी है। हालांकि आबंटित जमीन से होने वाली आपूर्ति बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। घरेलू फल और सब्जी उत्पादन के लिए अधिक भूमि आबंटित होने से शहरी निवासियों के लिए ताजा उपज की उपलब्धता में महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है।

 

 बर्बादी रोकने के विकल्प
 परिवारों ने यह भी दर्ज किया कि उन्होंने अपने परिवार और मित्रों को कितनी उपज दी और कितनी मात्रा में उन्हें बाहर फेंकना पड़ा। हमारे निष्कर्षों से पता चला कि जो व्यक्ति अपने खाने की चीजें स्वयं उगाते हैं, वे ब्रिटेन में औसत व्यक्ति की तुलना में भोजन की बर्बादी से बचने के लिए अधिक इच्छुक हो सकते हैं। ऐसा संभवतः इसलिए क्योंकि वे अपने द्वारा उगाई गई उपज को अधिक महत्व देते हैं। इससे मिले परिणाम जर्मनी और इटली में किए गए पहले के शोध से मेल खाते हैं। इस अध्ययन में पाया गया कि फेंके जाने वाली खाद्य सामग्री की मात्रा उन लोगों में सबसे अधिक थी जो विशेष रूप से बड़े सुपरमार्केट में खरीदारी करते हैं। जिन लोगों ने विभिन्न छोटी दुकानों से सामान खरीदा, उन्होंने कम खाना बर्बाद किया, जबकि जो लोग खाने की चीजें खुद उगाते हैं, उन्होंने सबसे कम खाना बर्बाद किया। चाहे आप खाने की चीजें खुद उगाएं या नहीं, हर कोई खाद्य चीजें खरीदते या उगाते समय सावधानी बरत सकता है। पहले से योजना बनाना और अतिरिक्त भोजन को बर्बाद होने से बचाने के लिए उसे फ्रीज करना या दूसरों के साथ साझा करना अच्छे विकल्प हैं।  

 


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Content Writer

Tanuja

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