नया बिल पेशः यहां फर्टिलाइज्ड अंडे की 'मौत' हुई तो करना पड़ेगा अंतिम संस्कार

punjabkesari.in Saturday, Dec 14, 2019 - 05:38 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पेंसिल्वेनिया में एक अनोखा बिल पेश किया गया। इस देश के सांसद गर्भपात पर रोकथाम के लिए ये नया व अनोखा बिल पारित कराना चाहते हैं।खास बात ये है कि इस बिल में उन फर्टिलाइज एग्स के अंतिम संस्कार की मांग की गई है, जो गर्भाशय के भीतर भ्रूण में तब्दील नहीं हो पाते हैं । ये व्यवस्था उन एग्स के लिए भी करने की मांग की गई है जो कभी गर्भाशय में फर्टिलाइज्ड नहीं किए जा सके। इस प्रस्तावित बिल में ये भी मांग की गई है कि उन सारे फर्टिलाइज्ड एग्स के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जाएं जो गर्भाशय में इंम्प्लांट नहीं हो सके, क्योंकि किसी के भी अंतिम संस्कार से पहले उसका डेथ सर्टिफिकेट होना जरूरी है।

 

ये व्यवस्था उन एग्स के लिए भी करने की मांग की गई है जो कभी गर्भाशय में फर्टिलाइज्ड नहीं किए जा सके." पेंसिल्वेनिया के महिला कानून परियोजना की एक स्टाफ क्रिस्टीन कास्त्रो ने बताया कि भ्रूण पर बने अब तक के बिल भ्रामक तरीके से लिखे गए हैंइस प्रस्तावित बिल को 'पेंसिल्वेनिया फाइनल डिस्पोजिशन ऑफ फीटल रिमेंस एक्ट' के रूप में जाना जाएगा। अगर ये बिल पास हो जाता है तो इसका पालन नहीं करने वालों को 50 से 300 डॉलर तक जुर्माना या 30 दिन तक जेल हो सकती है। पर गर्भाशय में इंप्लांट होने वाले एग्स के बारे में पता लगाना इतना भी आसान नहीं है।सिर्फ महिलाएं ही नहीं, यहां तक कि उनके डॉक्टर्स भी कभी-कभी फर्टिलाइज्ड एग्स की सटीक जानकारी नहीं दे पाते हैं।

 

ऐसा इसलिए भी होता है कि जो फर्टिलाइज्ड एग्स इंप्लांट नहीं हो पाते हैं, वो गर्भाशय में आसानी से घुल जाते हैं और पीरियड में होने वाली ब्लीडिंग के जरिए शरीर से बाहर निकल जाते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन फ्रांसिस्को हेल्थ के अनुसार, महिलाओं के 50 फीसदी फर्टिलाइज्ड एग ही उसके गर्भाशय में नैचुरली इंम्प्लांट हो पाते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन स्कूल ऑफ मेडिसिन एंड पब्लिक हेल्थ के अनुसार, फर्टिलाइज्ड एग्स के बाकी का बचा 50 फीसदी हिस्सा जो इंप्लांट नहीं हो पाता है, वो पीरियड के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, नए बने फर्टिलाइज्ड एग्स का आकार बहुत छोटा यानी एक पिन के बराबर होता है।

 

यूट्रस में फर्टिलाइज्ड एग कब इंप्लांट नहीं हो पाता है, इसकी जानकारी तभी हो सकती है जब महिला को एक्टापिक प्रेग्नेंसी होएक्टापिक प्रेग्नेंसी में फर्टिलाइज्ड एग गर्भाशय के बाहर अटैच हो जाता है और उसका विकास नहीं हो पाता है। ऐसी स्थिति में एग की सही स्थिति का पता तो लगाया जा सकता है लेकिन इसे ऑपरेशन के जरिए जल्द से जल्द निकालने की कोशिश की जाती है। एक्टापिक प्रेग्नेंसी में अगर सही समय पर ऑपरेशन नहीं किया गया तो फैलोपियन ट्यूब टूटने या गर्भनली से संबंधित और भी जटिल समस्याएं हो सकती हैं।


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Tanuja

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