पाकिस्तान ने खतरे में डाली अपने नागरिकों की जान, देश में उतारे चीन के 2 विमान

punjabkesari.in Monday, Feb 03, 2020 - 02:59 PM (IST)

इस्लामाबाद:  चीन के जाल में फंसा पाकिस्तान एक बार फिर उसके साथ दोस्ताना निभाने को मजबूर हो गया है। पाकिस्तान ने अपने मुल्क के नागरिकों की जान को खतरे में डालते हुए  कोरोना वायरस प्रभावित चीन से आने वाले विमानों को सोमवार को हरी झंडी दिखा दी। इस्लामाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आज सुबह चीन से आए दो विमान उतरे। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा दो फरवरी को कोरोना वायरस को वैश्विक स्वास्थ्य आपदा घोषित किए जाने के बाद पाकिस्तान ने चीन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी थी। इसकी चपेट में आकर अभी तक 361 लोगों की मौत हुई है और 17,205 मामलों की पुष्टि हुई है।

 

पाकिस्तान नागर विमानन प्राधिकरण (पीसीसीए) के अनुसार चीन के उरुमची शहर से ‘चाइना सदर्न एयरलाइंस' की दो उड़ाने ‘सीजेड6007' और ‘सीजेड5241' इस्लामाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरीं। चीन द्वारा कोरोना वायरस से निपटने के लिए पाकिस्तान को मेडिकल किट मुहैया कराने की बात कहे जाने के एक दिन बाद इन उड़ानों को यहां उतरने की अनुमति दी गई। अधिकारियों ने बताया कि दोहा से कतर एयरलाइंस का एक विमान भी चीन से कम से कम 40 पाकिस्तानी छात्रों को यहां लेकर पहुंचा, क्योंकि चीन से पाकिस्तान की सीधी विमान सेवाएं बंद थी।

 

स्वास्थ्य मामलों पर प्रधानमंत्री के सहायक जफर मिर्जा इस दौरान हवाई अड्डे पर मौजूद थे और यात्रियों के आगमन तथा अनिवार्य जांच पर नजर रख रहे थे। मिर्जा ने ट्वीट किया, ‘‘आज सुबह इस्लामाबाद हवाई अड्डे पर था... पाकिस्तान में चीनी राजदूत एचई के साथ चीन से आए यात्रियों का स्वागत किया। हमने 'एयरपोर्ट एसओपी' के क्रियान्वयन का पर्यवेक्षण किया और मैंने यात्रियों से भी बात की।'' उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तानियों सहित उनके स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को सुनिश्चित करते हुए सभी अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। एक जिम्मेदार पाकिस्तान का मतलब जरूरत होने पर भावनात्मक होने के साथ ही निर्णय लेने में तर्कसंगत और व्यावहारिक होना है। हम कोरोना वायरस से निपटने के लिए चीनी प्रयासों का समर्थन करते हैं।''

 

पाकिस्तान में अभी तक कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है। भारत, अमेरिका, श्रीलंका और अन्य देश जहां वुहान से अपने नागरिकों को वापस लाने के प्रयास में जुटे हैं, वहीं पाकिस्तान ने वहां फंसे अपने नागरिकों को हवाई मार्ग से वापस लाने की मांग को ठुकरा दिया है। चीन में पाकिस्तान की राजदूत नगमाना हाशमी ने रविवार को कहा था कि पाकिस्तानी छात्रों को वुहान से नहीं निकाला जाना चाहिए क्योंकि कोरोना वायरस का इलाज करने के लिए उनके देश में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाएं मानकों के अनुरूप नहीं हैं। 

 


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Tanuja

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